जबलपुर शहर में रेमेडिसिविर इंजेक्शन को 77 हजार रुपए में बेचने वाले 3 लोग गिरफ्तार हुए हैं। गुरुवार को माढ़ोताल क्षेत्र में 3 शख्स रेमेडिसिविर इंजेक्शन भोपाल से आए कोरोना पीड़ित के परिजनों को बेचने की फिराक में थे, तभी माढ़ोताल पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।
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ये है पूरा मामला
माढ़ोताल थाना प्रभारी रीना पांडे के मुताबिक माढ़ोताल पुलिस को गुरुवार को सूचना मिली थी, कुछ लोग साईं होटल वाली गली में नेमा हार्ड अस्पताल के पास कोरोना से बचाव में कारगर रेमेडिसिविर के चार इंजेक्शन ब्लैक में बेचने के लिए खड़े हैं। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने मौके पर दबिश दी, तो तीन संदिग्ध पुलिस की गाड़ी देख भागने का प्रयास करने लगी। तीनों को पकड़कर जब उनकी पहचान पूछी गई तो पहले ने अपना नाम विवेक असाटी निवासी बुढ़ागर बस स्टैंड कमानिया गेट गोसलपुर, दूसरे श्ख्स ने रामलखन पटेल निवासी सिहोरा और तीसरे ने अपना नाम अतुल शर्मा निवासी हटा जिला दमोह बताया। तलाशी लेने पर तीनों के पास से चार रेमेडिसिविर इंजेक्शन बरामद हुए।
इंजेक्शन खरीददार भी मौके पर मिले
माढ़ोताल पुलिस के मुताबिक मौके पर ढांढिया पिपरिया होशंगाबाद निवासी रूद्र प्रताप सिंह और राजेंद्र सिंह भी मिले। दोनों ने बताया कि उनके भाई तरवर सिंह की हालत गंभीर है और वह एलबीएस अस्पताल भोपाल में भर्ती है। डॉक्टरों ने रेमेडिसिविर इंजेक्शन की व्यवस्था करने को कहा था, जिसके चक्कर में वे आरोपियों से मिले।
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4 इंजेक्शन के मांगे थे 77 हजार
राजेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसकी बात विवेक असाटी से हुई थी। विवेक ने उससे 4 इंजेक्शन के 77 हजार रुपए मांगे थे। पुलिस ने जब विवेक असाटी और उसके दो साथियों के साथ सख्ती से पूछताछ की तो पता चला कि 5500 रु कीमत वाले रेमेडिसिवर के 4 इंजेक्शन पर तीनों ने अपना-अपना कमीशन जोड़कर राजेंद्र से 77 हजार मांगे थे। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।