MP teacher protest-अतिथि शिक्षक 5 मांगों को लेकर सीएम हाउस का करेंगे घेराव
MP की राजधानी भोपाल में 10 सितंबर को अतिथि शिक्षकों MP teacher protest ने महाआंदोलन किया। साथ ही तिरंगा यात्रा निकालकर अतिथियों ने जिम्मेदारों तक अपनी आवाज पहुंचाई। वहीं अतिथि शिक्षक सीएम हाउस की ओर जाना चाह रहे हैं, लेकिन पुलिस ने टीटी नगर अंबेडकर पार्क के चारों ओर बेरीकेडिंग कर रखी है। बता दें कि प्रदेशभर के हजारों अतिथि शिक्षक अंबेडकर पार्क में जमा हैं।
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MP teacher protest प्रदेश भर के अतिथि शिक्षक पहुंचे
राजधानी भोपाल में 10 सितंबर की सुबह से ही अतिथि शिक्षकों का जमावड़ा शुरु हो गया था। प्रदेशभर से अतिथि शिक्षक बाइक, कार, बस और ट्रेनों में भर भरकर भोपाल पहुंचे। ये सिलसिला 9 सितंबर की रात से ही शुरु हो गया है। अतिथि शिक्षक ज्वाइनिंग और महापंचायत की घोषणाओं को पूरा करने को लेकर भोपाल में प्रदर्शन कर रहे हैं।
MP teacher protest रात में आने लगे थे अतिथि
मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेशभर से अतिथि शिक्षक 9 सितंबर, सोमवार की रात से ही भोपाल पहुंचने लगे थे। रेलवे स्टेशन पर कई अतिथियों ने रात गुजारी। वहीं कुछ शहर की होटलों और लॉजों में ठहरे हुए हैं।
बता दें कि पहले ये प्रदर्शन 5 सितंबर, शिक्षक दिवस को होना था, लेकिन सीएम के पिता का निधन होने के बाद इसे अब 10 सितंबर को किया जा रहा है।
MP teacher protest बारिश का यलो अलर्ट होने के बाद भी होगा प्रदर्शन
बता दें कि मौसम विभाग ने भोपाल में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसे लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। 9 सितंबर की रात से ही भोपाल में बारिश हो रही है। बार बार तेज बारिश भी देखने को मिली रही है। बारिश के बीच अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने वाले हैं।
MP teacher protest बदला प्रदर्शन का स्थान
अतिथि शिक्षकों का प्रदर्शन रोशनपुरा चौराहे से शुरु होना था, सभी अतिथियों को इसी कि सूचना मिली थी, लेकिन परमिशन नहीं मिलने के कारण स्थान परिवर्तन किया गया है। अब स्थान परिवर्तन कर टीटी नगर के अंबेडकर पार्क कर दिया है। अब प्रदर्शन अंबेडकर पार्क से शुरु होगा।
MP teacher protest डीपीआई का किया था घेराव
आंदोलन वैसे तो 10 सितंबर को ही निर्धारित था, लेकिन ब्लैक लिस्ट हुए अतिथियों ने 9 सितंबर को अचानक से लोक शिक्षण संचालनालय यानी डीपीआई का घेराव कर दिया। अतिथि यहां अधिकारियों से मिलने और ज्वाइनिंग की मांग कर रहे थे। बता दें कि पिछले शैक्षणिक सत्र में जिन अतिथि शिक्षकों ने बोर्ड क्लास में 30 फीसदी भी रिजल्ट नहीं दिया है, उन्हें विभाग ने ब्लैक लिस्ट कर दिया है।
1 अनुभव-वरिष्ठता के आधार पर विभागीय पात्रता परीक्षा आयोजित कर नियमित शिक्षक बनाया जाए।
2 शिक्षक भर्ती में 50% आरक्षण और हर साल 4 अंक या अधिकतम 20 अंक बोनस दिया जाए।
3 खाली पदों पर अनुभव और वरिष्ठता के आधार पर नियुक्ति के आदेश तत्काल जारी हों।
4 महीने की निश्चित तारीख को अतिथि शिक्षकों को मानदेय देने का आदेश जारी किया जाए।
5 अनुभव और वरिष्ठता के आधार पर अतिथियों का पूरे एक साल का अनुबंध किया जाए।
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MP teacher protest इतने दिनों में भी नहीं हुई नियुक्ति
बता दें कि शैक्षणिक सत्र शुरु हुए ढाई महीने का समय बीत चुका है। त्रिमासिक परीक्षा सिर पर है और विभाग का आलम ये है कि वो 40 दिनों में भी अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति नहीं कर सका है।
जो नियुक्तियां 1 से 7 अगस्त के बीच होनी थी उनकी तारिख लगभग 7 से 8 बार बढ़ाई जा चुकी है। वहीं सिलेबस बढ़ी तेजी से आगे बढ़ रहा है। फिर इन्हीं अतिथि शिक्षकों के भरोसे बेहतर परिणाम के सपने भी देखेगा, जिन्हें पूरे साल पढ़ाने का चांस तक नहीं मिला।
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