PoK के लोगों को विदेशी मानता है pakistan बोले राजनाथ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार, 8 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के निवासियों को लेकर एक अहम बयान दिया। उन्होंने कहा, “PoK के निवासी भारत में शामिल होना चाहते हैं और हम उन्हें अपना मानते हैं। भारत सरकार हमेशा से PoK के लोगों को भारतीय नागरिकों के रूप में देखती है।” यह बयान भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार राकेश सिंह ठाकुर के पक्ष में प्रचार के दौरान दिया गया।
PoK और भारतीय नागरिकता
राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान PoK के निवासियों को विदेशी मानता है, जबकि भारत उन्हें अपनाता है। यह बयान ऐसे समय पर आया है जब जम्मू-कश्मीर की राजनीति में PoK का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में है। रक्षा मंत्री के इस बयान को PoK के लोगों के प्रति भारत के स्थायी रुख के रूप में देखा जा रहा है। यह भी संकेत देता है कि भारत अपने रुख में कोई बदलाव नहीं करेगा, चाहे पाकिस्तान कुछ भी करे।
pok:-आर्टिकल 370 की वापसी असंभव
राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 की वापसी के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक भाजपा सत्ता में है, तब तक जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 की वापसी संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि अगस्त 2019 में जब आर्टिकल 370 हटाई गई थी, उसके बाद से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा और आर्थिक स्थितियों में बड़े सुधार हुए हैं। “अब यहां का युवा लैपटॉप और कंप्यूटर के साथ अपने भविष्य को संवारने में लगा हुआ है, जबकि पहले बंदूक उठाने पर मजबूर था,” उन्होंने कहा। पिछले पांच वर्षों में केंद्र सरकार ने 40 हजार नौकरियां उत्पन्न की हैं, जिससे यहां के युवाओं को नया रास्ता मिला है।
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pok:-नेशनल कॉन्फ्रेंस और आतंकवाद का सवाल
राजनाथ सिंह ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इस पार्टी का आतंकियों के प्रति सहानुभूति का रवैया है। उन्होंने उमर अब्दुल्ला के बयान का हवाला दिया जिसमें उमर ने कहा था कि संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी नहीं दी जानी चाहिए थी। राजनाथ सिंह ने कहा, “अगर अफजल गुरु को फांसी नहीं दी जाती, तो क्या उसे माला पहनानी चाहिए थी?” यह बयान उमर अब्दुल्ला के हालिया टिप्पणी के बाद आया, जिसमें उन्होंने अफजल गुरु की फांसी पर सवाल उठाए थे।
pok:-जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की चर्चा
रामबन विधानसभा सीट से इस बार भाजपा के राकेश सिंह ठाकुर चुनाव मैदान में हैं, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अर्जुन सिंह राजू को टिकट दिया है। इस सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के बागी सूरज सिंह परिहार भी चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले चुनाव में भाजपा के नीलम कुमार लंगेह ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार उन्हें टिकट नहीं मिला है।
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उमर अब्दुल्ला का बयान
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने 6 सितंबर को एक साक्षात्कार में कहा कि संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी देना एक गलती थी और इससे कोई उद्देश्य पूरा नहीं हुआ। उमर ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार का इस फैसले से कोई लेना-देना नहीं था। अगर राज्य सरकार की अनुमति की जरूरत होती, तो फांसी कभी नहीं होती। उमर के इस बयान के बाद जम्मू-कश्मीर की राजनीति में खलबली मच गई है, क्योंकि यह बयान सीधे भाजपा की आतंकवाद विरोधी नीति पर सवाल उठाता है।
अमित शाह का पलटवार
गृह मंत्री अमित शाह ने 7 सितंबर को जम्मू के पलौरा में एक जनसभा को संबोधित किया। यह रैली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर थी। शाह ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह गठबंधन फिर से नियंत्रण रेखा (LoC) पर व्यापार शुरू करना चाहता है, जिसका पैसा आतंकवादियों तक पहुंच सकता है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार के रहते ऐसा कभी नहीं हो पाएगा।” शाह ने यह भी स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार बनाना असंभव है।