भोपाल बैरागढ़ हादसा: 3 दोस्तों की मौत, पुलिस और एम्बुलेंस 1 घंटे देर से पहुंची
भोपाल बैरागढ़ हादसा मध्य प्रदेश की राजधानी, जहां की सड़कें आमतौर पर शांत मानी जाती हैं, गुरुवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात एक दिल दहला देने वाले हादसे की गवाह बनीं। बैरागढ़ इलाके में तेज रफ्तार हुंडई वेन्यू कार अचानक पेड़ से टकरा गई, जिससे मौके पर ही तीन युवकों की मौत हो गई और एक अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हादसा न केवल तीन घरों के चिराग बुझा गया, बल्कि पुलिस और आपातकालीन सेवाओं की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल उठा गया।

भोपाल बैरागढ़ हादसा: तेज रफ्तार कार पेड़ से टकराई
हादसे की जगह और समय
घटना चिरायु अस्पताल के पास स्थित इंदौर-भोपाल हाईवे पर रात लगभग 1 बजे हुई। कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि वह संतुलन खो बैठी और सड़क किनारे खड़े एक मजबूत पेड़ से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए।
मृतकों की पहचान और पारिवारिक पृष्ठभूमि
हादसे में जिन तीन युवकों की जान गई, उनके नाम हैं:
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प्रीत आहूजा: बैरागढ़ में कपड़ों की दुकान चलाते थे।
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विशाल डाबी: प्रीत की दुकान में ही काम करता था।
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पंकज सिसोदिया: आठवीं के बाद पढ़ाई छोड़ चुका था।
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ये तीनों बचपन के स्कूल फ्रेंड थे। बताया जा रहा है कि इनकी दोस्ती स्कूल टाइम से थी और आज भी ये एक-दूसरे के साथ काफी समय बिताते थे।
कार किसकी थी और कौन चला रहा था?
पुलिस के अनुसार, हादसे में शामिल MP04 EA 6004 नंबर की पोलर व्हाइट हुंडई वेन्यू कार कमलेश आहूजा के नाम पर रजिस्टर्ड थी, जो कि प्रीत आहूजा के बड़े भाई हैं। हादसे के वक्त कार प्रीत चला रहा था, जबकि विशाल उसके बगल में बैठा था। पीछे की सीट पर पंकज सिसोदिया और राहुल कंडारे बैठे थे।
होटल से लौटते वक्त हुआ हादसा
परिजनों के अनुसार, चारों युवक सीहोर के दरबार होटल में खाना खाने गए थे। वहां से लौटते समय यह हादसा हुआ। घटना इंदौर-भोपाल हाईवे पर हुई, जो आमतौर पर रात में सुनसान रहता है। गाड़ी की रफ्तार काफी तेज थी और संभवतः प्रीत को वाहन नियंत्रण में रखने में असफलता मिली।
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घायल राहुल कंडारे की स्थिति
हादसे में घायल राहुल कंडारे को तुरंत चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उसकी हालत स्थिर है, लेकिन वह सदमे में है। इलाज जारी है और उसे विशेष निगरानी में रखा गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप: पुलिस और एम्बुलेंस देर से पहुंची
हादसे के बाद मौके पर मौजूद चश्मदीदों ने दावा किया कि उन्होंने तुरंत पुलिस और एम्बुलेंस को कॉल किया, लेकिन दोनों घटनास्थल पर करीब एक घंटे बाद पहुंचे। इस बीच स्थानीय लोगों ने ही कार के दरवाजे तोड़कर घायलों को बाहर निकाला।
पुलिस की जांच और FIR दर्ज
घटना के बाद बैरागढ़ पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दुर्घटनास्थल का मुआयना किया। फिलहाल FIR दर्ज कर ली गई है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस कार की स्पीड, ब्रेकिंग पॉइंट और एक्सीडेंट की वजह जानने के लिए CCTV फुटेज और फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
परिजनों का शोक और नाराजगी
प्रीत, विशाल और पंकज की मौत से उनके घरों में मातम पसरा है। परिवार वालों का कहना है कि अगर पुलिस और एम्बुलेंस समय पर पहुंच जाते, तो शायद इनकी जान बच सकती थी। उन्होंने प्रशासन से जवाबदेही तय करने की मांग की है।
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