चार दिनी होगा आलमी तबलीगी इस्तिमा
पहली बार कोई विदेशी जमात नहीं होंगी शामिल
18 नवंबर से शुरू होकर 21 नवंबर को सामूहिक दुआ के साथ होगा इस्तिमा का समापन
कोरोना संक्रमण के कारण लगातार दो साल टल गया था आलमी तबलीगी इस्तिमा
75 साल पहले
वर्ष 1947 में
13 लोगों से शुरू हुआ तब्लीगी इज्तिमा
जमातीयों की बढ़ती तादाद को देख तब्लीगी इज्तिमा को ईटखेड़ी किया गया था शिफ्ट
शुरुआत में तब्लीगी इज्तिमा का भोपाल की ताजुल मस्जिद में होता था आयोजन