जगतगुरु आचार्य परमहंस दास ने कहा कि स्कूल-कॉलेजों में एक नियम होना चाहिए जिसमें विद्यालय के यूनिफॉर्म पहन कर आना अनिवार्य होना चाहिए.
कर्नाटक के एक कॉलेज में मुस्लिम छात्रों के द्वारा हिजाब पहन कर के आने के मामले को लेकर बवाल मचा हुआ है. मामले में अयोध्या तपस्वी छावनी के जगतगुरु आचार्य परमहंस दास ने एक विवादित बयान दिया है. परमहंस ने कहा कि विद्यालय में एक नियम होना चाहिए जिसमें विद्यालय के यूनिफॉर्म पहन कर आना अनिवार्य होना चाहिए, वह किसी धर्म को देख करके नहीं होना चाहिए, चाहे वह कोई भी हो हिंदू हो मुस्लिम हो सिख हो या फिर वह ईसाई धर्म को मानने वाला हो. परमहंस ने कहा कि अगर मुस्लिम लड़कियां हिजाब पहनकर जाएंगी तो वहां फिर हिंदू बच्चे भगवा पहन कर जाएंगे.
आचार्य परमहंस दास ने कहा कि जो भी बच्चा विद्यालय जा रहा है सब के लिए यूनिफॉर्म अनिवार्य किया जाए, विद्यालय में अगर मुस्लिम लड़कियां हिजाब पहनकर जाएंगी तो वहां पर फिर हिंदू बच्चे भगवा पहन कर जाएंगे, अगर वह अल्लाह हू अकबर का नारा लगाएंगे तो जय श्री राम को मानने वाले जय श्री राम का नारा लगाएंगे, क्योंकि आज तक किसी आतंकवादी ने जय श्री राम का नारा नहीं लगाया है. जिसने भी लगाया है वह मानवतावादी लगाया है.
‘अल्लाह हू अकबर का नारे लगाने वाले आतंकवादी’
जगतगुरु आचार्य परमहंस ने कहा कि अल्लाह हू अकबर का नारा लगाने वाले तमाम आतंकवादी संगठन हैं, दुनिया में तमाम ऐसे आतंकवादी हैं जो अल्लाह हू अकबर का नारा लगाते हैं इसलिए अगर स्कूल कॉलेज में अल्लाह हू अकबर का नारा लगेगा तो जय श्री राम का भी नारा लगेगा, जिसके लिए जगतगुरु आचार्य परमहंस दास ने धर्म आदेश भी जारी किया है. परमहंस ने कहा कि मैं धर्मा आदेश जारी करता हूं कि अगर विद्यालय में अल्लाह हू अकबर का नारा लगाया जाए तो आप जय श्री राम का नारा लगाइए जो भी कानूनी कार्रवाई होगी उसको मैं लडूंगा.
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कर्नाटक में हिजाब को लेकर उठे विवाद का मामला हाईकोर्ट पहुंचा है
बता दें कि हिजाब पहनकर कॉलेज जाने की छूट को लेकर छात्राओं ने कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. अनुच्छेद 14 और 25 का हवाला देते हुए छात्राओं ने अपने मौलिक अधिकार का हनन बताया है, हालांकि इस पूरे मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट बेहद सख्त है. कर्नाटक हाईकोर्ट की तरफ से मामले की सुनवाई कर रहे जस्टिस कृष्णा दीक्षित ने कहा है कि अदालत कारणों और कानून के अनुसार कार्य करेगी किसी की भावनाओं या जुनून से किसी मामले की सुनवाई नहीं हो सकती, संविधान सर्वोपरि है अदालत का फैसला सभी याचिकाओं पर यथावत लागू होगा.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल कर्नाटक के उडुपी के सरकारी कॉलेज में हिजाब पहन कर आने पर कालेज प्रशासन ने रोक लगाई थी, मुस्लिम छात्राओं के हिजाब धारण करके कॉलेज जाने के विरोध में हिंदू छात्राओं ने भगवा गमछा गले में डाल कर कॉलेज में रैलियां निकाली थी. जिसके बाद भगवा गमछा डाल कर छात्रों के रैली का वीडियो वायरल हुआ था.
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