प्रमोद सावंत बने गोवा के मुख्यमंत्री,संभालेंगे मनोहर पर्रिकर की विरासत.

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गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के देहांत के एक दिन बाद विधानसभा के स्पीकर प्रमोद सावंत ने मंगलवार रात पौने दो बजे के क़रीब राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.

सावंत के अलावा 11 विधायकों को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है. इनमें महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के विधायक सुधिन धवलिकर और गोवा फ़ॉरवर्ड पार्टी (जीएफ़पी) के अध्यक्ष एवं विधायक विजय सरदेसाई ख़ास हैं जबकि बाकी पुराने ही विधायक हैं जो पर्रिकर सरकार में मंत्री थे.

ऐसा माना जा रहा है कि सुधिन धवलिकर और विजय सरदेसाई को उप-मुख्यमंत्री पद की ज़िम्मेदारी दी जाएगी.

सोमवार को दिन में मनोहर पर्रिकर के अंतिम संस्कार के बाद गोवा में राजनीतिक सरगर्मियां खासी तेज़ हो गई थीं. रविवार शाम को ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी गोवा पहुंच गए थे. मंगलवार को देर रात वह पार्टी और सहयोगी पार्टियों के विधायकों का समर्थन पत्र लेकर राजभवन पहुंचे.

एमजीपी और जीएफपी ने दिया समर्थन

पर्रिकर की मृत्यु के बाद सदन में बीजेपी के संख्याबल को लेकर संशय बरकरार था क्योंकि ऐसा सोचा जा रहा था कि उसकी सहयोगी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) और गोवा फ़ॉरवर्ड पार्टी (जीएफ़पी) उससे दूर जा सकती हैं.

40 सीट वाली गोवा विधानसभा में इस समय कुल 36 विधायक हैं. कांग्रेस के सदन में 14 और बीजेपी के 12 विधायक हैं. वहीं, एमजीपी और जीएफ़पी के तीन-तीन विधायक हैं जिनका समर्थन बीजेपी को प्राप्त है. साथ ही तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी बीजेपी को है.

सदन में कांग्रेस सबसे बड़ा दल है और इसी कारण उसने भी सदन में अपने पास संख्याबल होने का दावा किया था. इसी दावे के आधार पर कांग्रेस ने गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा को चिट्ठी लिखकर बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार को भंग करने की मांग की थी.

इस चिट्ठी में राज्यपाल से कहा गया था कि राज्य की इकलौती सबसे बड़ी पार्टी होने के कारण कांग्रेस को सरकार बनाने का न्यौता दिया जाए.

शपथ ग्रहण करने से पहले कहा

शपथ ग्रहण समारोह में जाने से पहले प्रमोद सावंत ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें पार्टी ने यह ज़िम्मेदारी दी है और इस बड़ी ज़िम्मेदारी को वह पूरी मेहनत से निभाएंगे.

https://youtu.be/eLr1IMH0bhk

पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर पर भी उन्होंने पत्रकारों से बात की. उन्होंने कहा कि वह आज जहां पर हैं, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की वजह से हैं.

उन्होंने कहा, “मैं यहां पर्रिकर जी के लिए ही हूं. वह ही मुझे राजनीति में लाए, उन्हीं के लिए मैं स्पीकर बना. उन्हीं के लिए अब सीएम बन रहा हूं.”

@vicharodaya

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