पिछले 7 दिन से हड़ताल पर बैठे जेएनयू के छात्रों का गुस्सा अब फूटने लगा है। इसी के चलते सोमवार शाम छात्रों की भीड़ ने वाइस चांसलर जगदीश कुमार के आवास का घेराव किया। जिस पर जगदीश कुमार ने आरोप लगाया है कि उनके घर में तोड़फोड़ की गई और पत्नी को 3 घंटे तक बंधक बनाया गया।
This evening few hundred students forcibly broke into my JNU residence and confined my wife inside home for several hours while I was away in a meeting. Is it the way to protest? Terrorosing a lonely lady at home?
— Mamidala Jagadesh Kumar (@mamidala90) March 25, 2019
वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि जेएनयू छात्रों ने सोमवार शाम वीसी के घर तक मार्च निकालने का आह्वान किया था। लेकिन छात्र कुलपति के घर पहुंचने के बाद उनके घर के अंदर घुसने की कोशिश करने लगे।जिसे सुरक्षा गार्ड ने रोक दिया था। जो काफी हंगामे के बाद शांत होकर लौट गए थे।
Shocking! They are JNU ‘students’. They have gheraoed the Vice Chancellor @mamidala90 s residence. Chanting ‘come out JNU VC’, they lay a seige. As VC’s wife is alone at home, terrified. It doesn’t matter which ideology you belong to for outrightly calling for their arrest. pic.twitter.com/eausH3D9UY
— Anindya (@AninBanerjee) March 25, 2019
वहीं जेएनयू के कुलपति ने ट्वीट कर जानकरी दी कि आज शाम छात्रों ने जबरन मेरे जेएनयू आवास में तोड़फोड़ की और पत्नी को कई घंटों तक घर के अंदर कैद रखा, जबकि मैं एक बैठक में था। अगर छात्रों को मुझसे बात करनी है या विरोध जाताना है तो इसका तरीका ये नहीं होता।
M Jagadesh Kumar, JNU Vice Chancellor: This is unfortunate. We respect the rights of students, but using unlawful means & behaving in violent way isn’t something expected from JNU students. Being a teacher & head of JNU, I’ll forgive them. I hope they’ll reform themselves. #Delhi
— ANI (@ANI) March 25, 2019
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के लेफ्ट विंग के छात्रों के कथित हंगामे के बाद अब जेएनयू छात्र संघ ने अपना स्पष्टीकरण दिया है। छात्र संघ ने कहा है कि मार्च को गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है। छात्र केवल मिलकर वाइस चांसलर से कुछ सवाल पूछना चाहते थे लेकिन गार्डों ने उनके साथ मारपीट की. छात्र पिछले 7 दिनों से भूख हड़ताल पर है। छात्र संघ का यह भी कहना है कि जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष एन साई बालाजी घटनास्थल पर ही बेहोश हो गए जिन्हें बाद में अस्पताल में भर्ती कराया गया. अभी भी उनकी हालत स्थिर बनी हुई है. 11 छात्र पिछले 7 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं और उनकी तबियत लगातार खराब हो रही है. पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष गीता कुमारी को ह्रदय गति और लो ब्लड प्रेशर की शिकायत बढ़ गई है। इन सारी समस्या को लेकर हम कुलपति से मिलने गए थे। लेकिन हमे हिंसक साबित कर हमारी आवाज़ दबाई जा रही है।
M Jagadesh Kumar, JNU Vice Chancellor: This is unfortunate. We respect the rights of students, but using unlawful means & behaving in violent way isn’t something expected from JNU students. Being a teacher & head of JNU, I’ll forgive them. I hope they’ll reform themselves. #Delhi
— ANI (@ANI) March 25, 2019
वही एम जगदीश कुमार, जेएनयू के कुलपति का कहना है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। हम छात्रों के अधिकारों का सम्मान करते हैं, लेकिन गैरकानूनी साधनों का उपयोग करना और हिंसक तरीके से व्यवहार करना जेएनयू छात्रों से अपेक्षित नहीं है। एक शिक्षक और जेएनयू का प्रमुख होने के नाते, मैं उन्हें माफ कर दूँगा। मुझे उम्मीद है कि वे खुद को सुधार लेंगे।