भोपाल एम्स में मरीजो से दुर्व्यवहार,सरकारी अस्पताल से भी बत्तर हलात

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    पहले बिना वर्दी ड्यूटी,और कर्त्तव्य याद दिलाने पर कहा “औकात में रहो”

    भोपाल,एम्स के न्यूरोलॉजी विभाग से मरीजों से दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है,जहाँ 6 बजे से इंतजार कर रहे लोगो ने जब डॉ के आने का समय पूछा तो बड़े ही बेढंगे तरीके से जबाब दिया कि उनके आने का समय कोई तय नही ही जब मन होगा तब आएंगे,

    जितना सवाल करोगे उतना इंतज़ार करना होगा, रिसेप्शन में बैठें व्यक्तिने न तो कोई ड्रेस पहनीथी न ही कोई बैच लगाया हुआ था मरीज़ों द्वारा सवाल पूछने पर व्यक्ति बोला जो करते बने करलो जहां जाना है चले जाओ में सरकारी नौकरी कर रहा हूं तुम्हारी नही.

    इस दौरान वह कई बार अपनी सीट से भी गायब रहा और निरंतर अपनी जान पहचान के लोगों की मदद करता रहा..
    और इस दौरान कई मरीजों स्ट्रेचर में लेते हुए अपने नंबर लगाने का इंतजार करते रहे..

    और कुछ समय बाद व्यक्ति अपनी सीट में वापस आया भी तो वह निरंतर फ़ोन में बात करता रहा.

    मरीज़ों से पूछे जाने पर बताया गया

    1. मरीज़_1 : यह सिर्फ न्यूरोलॉजी विभाग की नही बल्कि सभी विभागों की हालात है सरकार लगातार नए एम्स हॉस्पिटल बनाने की बात कर रही है पर पुरानी अस्पताल की स्तिथि है इस पर किसी की कोई नज़र नही है,
    2. मरीज़_2 :हफ्ते भर पहले बुकिंगकरने के बाद भी 4 से 5 घण्टो तक का लंबा इंतजार करना पड़ताहैं कोई सुनने वाला नही है कि कहां जाए किससे बात करें,
    3. मरीज़_3 :मरीज़ों की कोई शिकायत सुनने वाला नही है जो सरकार ने हेल्पलाइन नंबर दिए है वह बन्द है या तो लगते नही है इस कारण से अस्पताल के कर्मचारियों की मनमानी बढ़ गई हैं.

    जब कुछ लोगों ने सवाल उठाए और अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से निभाने की बात कही तो वह तूतू-मेमें में आगये और कहां जहां जहाँ ने चले जा और औकात में रहने जैसे कर्कश शब्दों का भी प्रयोग किया इतने में उनके संबंधी आ गए जो किसी सिंह साहब (पुलिस) को बुलाकर गर्मी उतारने की बात कहने लगे..

    इस संबंध में जब हेल्प डेस्क में सूचना दी तो उन्होंने ईमेल करने को कहा और जल्द से जल्द कार्यवाही करने का अस्वासन दिया.

    @vicharodaya/संदीप