मध्य प्रदेश के मोबाइल लूटकर दुबई में बेचने की काले धंधे में व्यापारी भी शामिल
मध्यप्रदेश में मोबाइल लूट की वारदात का इंटरनेशनल कनेक्शन निकल कर आ रहा है। लूटे गए मोबाइल दिल्ली के रास्ते {दुबई में बेचते थे मोबाइल} दुबई भेजे जाते हैं। वहां इन मोबाइल को बेचकर सोना खरीदा जाता है। यह सोना तस्करी कर इंदौर लाया जाता है। इस बात का खुलासा इंदौर में मोबाइल लूट के मामले में हुआ है। पुलिस ने इस गैंग के बदमाशों को पकड़ा है गिरफ्तार कुछ बदमाशों के नाम पहले ट्रक कटिंग केस में भी सामने आ चुके हैं। उनके बयान के बाद कुछ व्यापारी भी पकड़े गए हैं पुलिस अब पूरे नेटवर्क की पड़ताल कर रही है।

पुलिस ने बदमाशों से अब तक 69 मोबाइल जब्त किए हैं। बदमाशों से लगातार पूछताछ और धरपकड़ जारी है। इसके बाद चोरी की और मोबाइल मिलने की संभावना है। ज्ञात हो कि इंदौर जिले के भवर कुआं से 1 दिन पहले डेढ़ लाख रुपए की कीमत का मोबाइल फोन चोरी हुआ था।{दुबई में बेचते थे मोबाइल} जांच में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दो आरोपी पकड़े गए इन आरोपियों ने जेल रोड की एक व्यापारी को मोबाइल देने बुलाया यहां पुलिस ने व्यापारी को भी पकड़ लिया। इस व्यापारी ने अपने दूसरे साथी का नाम लिया। इस व्यापारी ने अपने दूसरे व्यापारी साथी का नाम बताया पुलिस ने उसे भी बुलावा भेजा पुलिस ने इस कड़ी में एक के बाद एक 4 मोबाइल व्यापारियों को पकड़ चुकी है।
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टीआई शशिकांत चौरसिया ने बताया पहले विष्णुपुरी से मोबाइल लूट के मामले में अरुण उर्फ राजा और उसके साथी प्रिंस कोडवानी को पकड़ा था। आरोपियों ने सनी बुधवानी और प्रदीप लालवानी के नाम बताएं प्रदीप के यहां बताएं 2 ठिकानों से पुलिस ने करीब 70 मोबाइल जब्त किए हैं। आरोपियों ने दशहरा मैदान और बेतमा से भी मोबाइल लूटने की बात कही। उसमें पूरी गैंग के तार दिल्ली नेपाल और दुबई से जुड़े निकले एमपी से होते हुए भेजते थे।
{दुबई में बेचते थे मोबाइल} अरुण और प्रिंस ने बताया कि सबसे पहले वह सैनिक को मोबाइल बेचते थे।सनी यह मोबाइल प्रदीप माधवानी को बेचता था प्रदीप इसे राहुल लालवानी के माध्यम से नरेंद्र के पास दिल्ली भेज कर बेच देता था। सनी का नाम कई बार मोबाइल ट्रक कटिंग में आ चुका है। सनी फरार आरोपी मनीष को दुबई में मोबाइल डिलीवर करता था। वह दुबई से ज्वैलरी या गोल्ड लेकर इंदौर आ जाता था
जबकि इनका एक दूसरा साथी नरेंद्र दिल्ली के रास्ते मोबाइल को नेपाल में बेचता था। ताकि अंतरराष्ट्रीय सीमा के कारण वह ट्रैक नहीं हो सके दुबई से फरार हुआ था। लूट और चोरी के मोबाइल खरीदने के मामले में मनीष तेजवानी का नाम भी सामने आया। 3 साल पहले करोड़ों की मोबाइल ट्रक कटिंग में मनीष और उसके भाई भरत का नाम सामने आया था। भरत को दिल्ली एयरपोर्ट से पुलिस ने पकड़ लिया था। लेकिन मनीष तब दुबई पहुंच चुका था।{दुबई में बेचते थे मोबाइल} मनीष दुबई शिफ्ट हो चुका है। पुलिस के मुताबिक सनी दुबई मनी से ही मिलने जाता था। 5 साल में कई बार दुबई की यात्रा कर चुका है। पुलिस फिलहाल आरोपियों से मोबाइल की और भी जानकारी इकट्ठा करने में जुटी है।