भारत में जहां एक तरफ नारी को देवी के रूप में पूजा जाता हैं, वहीं दूसरी ओर नारी के प्रति असम्मान , अत्याचार जैसे मामले भी देखने को मिलते हैं। मामला उज्जैन के विक्रम नगर रेलवे स्टेशन के पास का है, यहां शुक्रवार रात को एक महिला जो कि एसआइ है , इस महिला के साथ तीन युवकों ने छेड़छाड़ कर मारपीट की । इस मामले में माधवनगर पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ छेड़छाड़ व मारपीट का केस दर्ज किया है।
ममता बनर्जी की हार के बाद नंदीग्राम के दफ्तर में हिंसा, अब तक चार लोगों की मौतइस मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार कर कर लिया है। मामले में एक अब भी फरार है। महिला एसआइ इंदौर जिले में पदस्थ है। तबीयत खराब होने पर उसने अपने थाने में पदस्थ एक आरक्षक से दवा मंगवाई थी, जिससे वह दवा ले रही थी। उसी दौरान युवकों ने अश्लील कमेंट किए, जिससे विवाद शुरू हो ग
या।
देश में फिर लग सकता है संपूर्ण लॉकडाउन, सुप्रीम कोर्ट ने दिए केंद्र और राज्यों को सुझावएसआइ मनीष लोधा ने बताया कि इंदौर जिले के एक थाने में पदस्थ महिला एसआइ उज्जैन के विक्रम नगर क्षेत्र में रहती है। तबीयत खराब होने पर उसने अपने थाने में पदस्थ एक आरक्षक से दवा मंगवाई थी। इस पर आरक्षक दवा देने के लिए शुक्रवार रात को उज्जैन आया था।एसआइ दवा लेकर बात कर रही थी उसी दौरान एक दोपहिया वाहन पर तीन युवक वहां से गुजर रहे थे युवकों ने महिला एसआइ को देखकर अश्लील कमेंट करना शुरू कर दिए। इस पर महिला एसआइ व आरक्षक ने तीनों को रोका तो युवकों ने मारपीट करना शुरू कर दी।
मध्य प्रदेश में पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर घोषित करने का फैसला इस पूरे मामले की सूचना माधवनगर पुलिस को मिलने पर टीम मौके पर पहुंची थी। पुलिस ने मौके दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़ाए आरोपितों ने अपने नाम दीपक पुत्र पुरुषोत्तम पड़ियार निवासी शंकरपुरा पंवासा व प्रदीप पुत्र ज्ञानसिंह पाल निवासी रामी नगर बताए। फरार साथी का नाम मयंक पुत्र विष्णु भदेरा निवासी रामी नगर बताया। पुलिस ने तीनों के खिलाफ छेड़छाड़ की धारा 354 व मारपीट की धारा 323 के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस फरार आरोपित की तलाश में जुटी
है।
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मारपीट के दौरान आरोपित युवकों ने ही फोन कर अपने साथियों को मौके पर बुला लिया। इस दौरान आरोपितों ने ही महिला एसआइ का वीडियो बना लिया और उसे वायरल कर दिया। पुलिस ने जब दो आरोपियों को गिरफ्तार किया तो आरोपियों ने पुलिस पर दबाव बनाने के लिए प्रभावशाली लोगों के फोन भी पुलिस को लगवाए और केस नहीं दर्ज ना करने के लिए दबाव बनाया। हालांकि इसके बाद भी पुलिस ने देर रात को केस दर्ज कर लिया गया हैं
https://youtu.be/vsgdrMZoJ0g