शिवराज सिंह चौहान ने केजरीवाल को बताया ओछी राजनिती करने वाला,पीएम माेदी की बैठक हुई थी लाइव’

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    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना को लेकर बुलाई गई बैठक का लाइव टेलीकास्ट कर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल घिर गए हैं। प्रधानमंत्री ने बैठक के दौरान ही केजरीवाल को कह दिया था, इन हाउस मीटिंग का लाइव टेलीकास्ट उचित नहीं है। इसे लेकर सियासत शुरू हो गई है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केजरीवाल को घेरने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया है।

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    शिवराज ने इसे लेकर लिखा- केजरीवाल जी यह समय ओछी राजनीति का नहीं है। आपने प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया, जो निंदनीय है। प्रधानमंत्री के साथ 11 राज्यों के मुख्यमंत्रियों की हाई लेवल इंटरनल बैठक थी। इसमें कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए राज्यों से सुझाव लिए जाने थे। साथ ही, रणनीति के संबंध में चर्चा होनी थी।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सुझाव देने की जगह केंद्र समेत अन्य राज्यों पर आरोप लगाने शुरू कर दिए, जो अनुचित है। यह समय राजनीति का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता का परिचय देने का समय है। धैर्य और गंभीरता के साथ विवेक का इस्तेमाल करते हुए कोरोना की विषम परिस्थितियों से निपटना है।

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    उन्होंने केजरीवाल को नसीहत देते हुए लिखा – मैं तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के साथ भी बैठक में शामिल हुआ, वैचारिक मतभेद होने के बाद भी सदैव उनका सम्मान किया। प्रधानमंत्री के पद की गरिमा का ख्याल रखा। मैं भी 14 साल से मुख्यमंत्री के तौर पर काम कर रहा हूं। मैं प्रधानमंत्री के साथ अनेक बैठकों में शामिल हुआ हूं, लेकिन कभी ऐसा गैर-जिम्मेदाराना कृत्य नहीं किया।

    बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह समेत अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए। कुछ मुख्यमंत्रियों ने राजनैतिक मत भिन्नता होते हुए भी अपनी बात रखी, सुझाव दिए और राज्यों के अभिनव प्रयोग भी साझा किए।

    केंद्र का अनुमान- 11 मई तक देश में 7 लाख संक्रमित मिलेंगे
    मंत्रालय सूत्रों ने बताया, बैठक में केंद्र के अफसरों की तरफ से अनुमान जताया गया कि देश में कोरोना की रफ्तार फिलहाल कम नहीं होगी, बल्कि 11 मई तक पीक रहेगा और 7 लाख तक संक्रमित मिल सकते हैं। यही वजह है, बैठक में ऑक्सीजन और वैक्सीनेशन को लेकर प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों से बात की। सभी राज्यों ने काेरोना को नियंत्रित करने के प्रयासों व मौजूदा हालातों की जानकारी साझा की।