कोरोना संक्रमण के संदेह में मप्र के श्योपुर स्थित क्वारंटाइन केंद्र में 14 दिन के लिए रखे गए आंध्र प्रदेश के 10 जमातियों को 39 दिन बाद भी नहीं छोड़ा। इस बीच इन जमातियों पर एफआईआर हुई और कोर्ट ने जमानत भी दे दी, लेकिन पुलिस ने क्वारंटाइन केन्द्र में ही रखा। जिला कोर्ट ने श्योपुर पुलिस के रवैये पर कड़ी नाराजगी जताई। उसके बाद शनिवार शाम इन्हें छोड़ दिया गया। https://www.instagram.com/p/B_-MQ40J2VS/?igshid=q6v92w91eko8
श्योपुर की मस्जिदों में ठहरे 22 जमातियों को पकड़कर छात्रावास में क्वारंटाइन कर दिया था
गौरतलब है कि श्योपुर की मस्जिदों में एक अप्रैल को बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के 22 जमाती ठहरे हुए मिले थे। पहले तो श्योपुर पुलिस ने कहा था कि यह सभी जमाती सूचना देकर रह रहे हैं इसलिए कोई पुलिस केस दर्ज नहीं किया, लेकिन इन्हें ढेंगदा छात्रावास में क्वारंटाइन कर दिया। बाद में एफआईआर दर्ज कर ली बाद में जांच-पड़ताल हुई और पुलिस ने नौ अप्रैल को बांग्लादेश के 10 व पश्चिम बंगाल के दो जमातियों पर एफआईआर कर ली फिर एक दिन बाद आंध्र प्रदेश के 10 जमातियों पर भी एफआईआर हुई। 17 मई के बाद भी बढ़ेगा लॉकडाउन? पढ़ें-डॉक्टर हर्षवर्धन का जवाब
जिला कोर्ट में चालान पेश कर 29 अप्रैल को जमातियों को जेल भेज दिया था
29 अप्रैल को जिला कोर्ट में चालान पेश किया जहां से बांग्लादेश के 10 और पश्चिम बंगाल के दो जमातियों को जेल भेज दिया और आंध्र प्रदेश के 10 जमातियों को जमानत दे दी। जमानत के बाद भी इन जमातियों को पुलिस ने नहीं छोड़ा और वापस छात्रावास में क्वारंटाइन कर दिया। https://youtu.be/qe0Fhl_8qPU