दुनिया का सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट है इस देश के पास,जानिए भारतीय पासपोर्ट का स्थान

    हेनले पासपोर्ट इंडेक्स ने साल 2022 के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट कि ताजा सुची जारी कर दी है 
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    हेनले पासपोर्ट इंडेक्स ने साल 2022 के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट कि ताजा सुची जारी कर दी है 

    17 अप्रैल को हेनले पासपोर्ट इंडेक्स (Henley Passport Index) ने सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट की अपनी सूची जारी की, जिसमें ​ 84 वें स्थान प्राप्त कर लिस्ट में भारत रहा पीछे तो वहीं 1 स्थान प्राप्त कर जापान दुनिया का सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट बन गया हैं. हेनले पासपोर्ट इंडेक्स हर साल जो सूची जारी करता है, उसमेें दुनिया के सबसे अधिक यात्रा के अनुकूल पासपोर्ट को मापता जाता हैं जिसके अधार पर देशों के पासपोर्ट को रेंक दिया जाता हैं.

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    किसी भी देश के पासपोर्ट की ताकत या रैंकिंग इस आधार पर की जाती है कि उसके धारक बिना पूर्व वीजा के कितने देशों में सफर कर सकते हैं। इसका सीधा सा मतलब है कि कितने देश संबंधित देश के नागरिकों को अपने यहां वीजा ऑन एराइवल की सुविधा देते हैं। वीजा ऑन एराइवल अधिकतर मित्र देशों को दिया जाता है, जहां के नागरिकों से उस देश को कोई खतरा नहीं होता है। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) इसका डेटा देती है।

    इस लिस्ट में पहले स्थान पर जापान और सिंगापुर है. बता दें कि जापान और सिंगापुर को नागरिकों को 192 देशों में बिना वीजा के जाने की अनुमति है. इसके बाद दूसरे स्थान पर जर्मनी और दक्षिण कोरिया संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं. वहीं, तीसरे स्थान पर फीनलैंड, इटली, स्पेन, Luxembourg का नाम है. चौथे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया और डेनमार्क हैं. इसके बाद पांचवें स्थान पर फ्रांस, आयरलैंड, नीदरलैंड्स, पुर्तगाल है.

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    अगर भारत की स्थिति की बात करें तो पासपोर्ट रैंकिंग में भारत 2020 से 6 स्थान नीचे आकर 90वें स्थान पर पहुंच गया है और 58 देश भारतीय नागरिकों को वीजा फ्री प्रवेश करने की अनुमति देते हैं. 2020 में भारत की रैंक 84 थी. हालांकि, तब भी दुनिया के 58 देश भारतीय नागरिकों को बिना वीजा के एंट्री दे रहे थे. साल 2011 के बाद से अभी भारत की सबसे निचली रैंक है. साल 2011 से 2021 के बीच देखें तो 2013 में भारत की रैंकिंग सबसे अच्छी थी. उस वक्त भारत 199 देशों में 74वें स्थान पर था.

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