राशन दुकान संचालक लगातार गरीबों के हक पर डाका डालने में लगे हुए हैं। शुक्रवार को जब हितग्राहियों को राशन नहीं मिला तो उन्होंने सड़क जामकर हंगामा किया। सूचना पर पुलिस और फूड इंस्पेक्टर राजेश जाटव मौके पर पहुंचे और मामले को शांत करवाया। हितग्राहियों का आरोप है कि हमें सिर्फ पैसे से राशन दिया जा रहा है। केंद्र सरकार के द्वारा कोरोनाकाल में मुफ्त में मिलने वाला राशन नहीं दिया जा रहा है।
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दतिया के वार्ड – 35 और 36 में आने वाले हितग्राही उस समय सड़क पर उतर गए, जब राशन की दुकान से उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा। दुकानदार ने उन्हें राशन देने से मना किया तो हितग्राही आगबबूला हो गए। सड़क जाम की सूचना मिलते ही पुलिस और आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए। सड़क से हटाने के दौरान गरमा-गरमी भी दिखी। काफी समझाइश के बाद लोग मानने को तैयार हुए।
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हितग्राही कुसुम बाई ने बताया कि हमें चार महीने से अनाज नहीं मिला है। कभी फ्री वाला मिलता है तो एक रुपए वाला नहीं मिलता और एक रुपया किलो वाला मिलता है तो मुफ्त वाला नहीं मिलता। कभी कभार कुछ भी नहीं मिलता। जब इस मामले में खाद्य निरीक्षक राजेश जाटव से बात की गई तो उन्होंने कहा- ऑफिस में बात करने को कह दिया।
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