शराब बंदी पर भड़के नितिश कुमार बोले जब से शराब बंदी के बाद से सब मेरे खिलाफ हैं “पियोगे तो तूम लोग ही मरोगें”

    शराबबंदी
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    शराब के चलते हुई मौतों को लेकर विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर हमला बोल रहा है, जिसपर सीएम नीतीश कुमार ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी करने के बाद से कुछ लोग मेरे ख़िलाफ़ हो गए हैं लेकिन हमने हमेशा लोगों की और महिलाओं की बात सुनी। लोग यह भूल गए हैं कि यह सर्वसम्मति से लागू हुआ है, इसमें किसी पार्टी का विरोध था क्या? सत्ता और विपक्ष दोनों की सहमति से लागू हुआ है

    सीएम नीतीश कुमार ने कहा, “कुछ लोग मेरे खिलाफ हो गए हैं, क्योंकि मैंने शराबबंदी का आदेश दिया है और मैं इसके बारे में गंभीर हूं। जो इसके खिलाफ हैं, उन्हें बुरा लगता है। यह अलग बात है, उनकी अपनी राय हो सकती है, लेकिन हमने लोगों की बात सुनी- दोनों पुरुष और महिलाएं। मैं शराब के खिलाफ खड़ा हूं।”

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    सीएम कुमार ने आगे कहा, “ऐसा नहीं है कि (राज्य में) अपराध बढ़े हैं। अपराध के आंकड़े नहीं बढ़े हैं। कुछ होता है तो कार्रवाई की जाती है। प्रशासन और पुलिस सक्रिय है और जहां कुछ हो रहा है, वहां कार्रवाई की जा रही है।”

    शराबबंदी के बाद राज्य में अपराध दर में कमी को लेकर सीएम कुमार ने कहा, “कई जगहों पर अन्य घटनाएं हुई हैं। एक स्थान से नक्सलियों की घटना की सूचना मिली है। इसकी जांच की जा रही है। यह एक अलग मामला है, लेकिन सामान्य अपराध में कमी आई है। मैं यह भी जोड़ना चाहूंगा कि शराबबंदी के बाद अपराध दर में कमी आई है।”

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    बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2016 से लागू राज्य में शराब बंदी पर आगे विचार करने के लिए 16 नवंबर को दूसरी उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। यह बैठक पहली बैठक के ठीक 10 दिनों बाद में होने वाली है।

    लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) (Lok Janshakti Party) (Ram Vilas) के प्रमुख चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने शनिवार को बिहार के सीएम पर राज्य में अवैध शराब के सेवन से हुई मौतों को लेकर निशाना साधा।

    एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पासवान ने कहा, “वह (नीतीश कुमार) जवाब नहीं देंगे कि बिहार में अभी भी जनता के लिए शराब क्यों उपलब्ध है, क्योंकि राज्यों के उच्च अधिकारी रैकेट का हिस्सा हैं।” पश्चिम चंपारण और गोपालगंज में जहरीली शराब के सेवन से 35 लोगों की मौत की खबर सामने आई।

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