नक्सलियों ने विस्फोट कर रेल पटरी को उड़ाया,कई ट्रेनें प्रभावित तो कुछ ट्रेनों को करना पड़ा रद्द

    नक्सलियों ने रेलवे ट्रेक को बनाया निशाना
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    झारखंड में नक्सलियों ने विस्फोट से रेल पटरी को किया क्षतिग्रस्त,कई ट्रेनें प्रभावित वहीं कुछ ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है।

    झारखंड में नक्सलियों ने विस्फोट से रेल पटरी को क्षतिग्रस्त कर दिया है। इससे कई ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। वहीं कुछ ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। दरअसल, नक्सली संगठन भाकपा माओवादी द्वारा 27 जनवरी को झारखंड-बिहार बंद की घोषणा की गई है। नक्सलियों ने नई दिल्ली से गया-धनबाद होकर हावड़ा जाने वाले रेलखंड को निशाना बनाया है।

    इस रेलखंड में झारखंड के गिरिडीह जिल में सरिया पुलिस स्टेशन क्षेत्र के चिचाकी और चौधरीबांध के बीच में अप और डाऊन ट्रैक पर विस्फोट किया गया है। विस्फोट से पटरी क्षतिग्रस्त हुई है, वहीं इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही बाधित हो गई है। बताया जाता है के रात लगभग 12:15 बजे नक्सलियों का दस्ता इस क्षेत्र में पहुंचा और विस्फोट किया। सूचना के बाद गिरिडीह पुलिस की टीम मौके पर पहुंची।

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    ये ट्रेनें हुईं प्रभावित

    इस घटना के कारण गंगा दामोदर, लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस समेत कई ट्रेन विभिन्न स्टेशनों पर ही रुकी हुई हैं। जबकि स्थिति को सामान्य करने का प्रयास फौरी तौर पर शुरू कर दिया गया है। वहीं आसपास के इलाके में पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा सर्च अभियान भी चलाया जा रहा है। नक्सलियों के हमले के बाद कई ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है तो कुछ ट्रेनों को रद्द भी किया गया है।

    इन ट्रेनों को रद्द किया गया 
    13305 धनबाद- डेहरी ऑन सोन एक्सप्रेस, 13306 डेहरी आन सोन-धनबाद एक्सप्रेस, 03546 गया-आसनसोल पैसेंजर, 03553 आसनसोल- वाराणसी पैसेंज रद्द रहेंगी।

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    क्या है नक्सलियों की मांग
    बता दें कि नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के अहम नेता प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला दी की गिरफ्तारी के बाद से ही नक्सली संगठन गुस्से में हैं। नक्सली संगठन द्वारा गिरफ्तारी के बाद दो बार बंद करवाया गया है। इस बार 21 जनवरी से 26 जनवरी तक दोनों की रिहाई की मांग को लेकर प्रतिरोध दिवस मनाया गया। इस दौरान गिरिडीह के खुखरा और मधुबन में मोबाइल टावर उड़ाया गया था। डुमरी के नुरंगो के समीप बराकर नदी पर बने पुल को उड़ा दिया गया तो गिरिडीह से सटे बिशनगढ़ थाना इलाके में मोबाइल टावर उड़ाने का प्रयास किया गया।

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