शाह का ममता को पत्र- ट्रेनों को बंगाल नहीं पहुंचने देना प्रवासी मजदूरों के साथ नाइंसाफी, ऐसा करना उनके लिए परेशानी बढ़ाएगा
- अमित शाह ने बताया- केंद्र ने दो लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूरों को अलग-अलग राज्यों से उनके घर तक पहुंचाने की सुविधाएं दी हैं
- पश्चिम बंगाल सरकार प्रवासी मजदूरों वाली ट्रेनों को अपने राज्य में आने में सहयोग नहीं कर रही
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखा। इसमें आरोप लगाया केंद्र सरकार को प्रवासी श्रमिकों को घर तक पहुंचने में मदद करने के लिए राज्य सरकार से सहयोग नहीं मिल रहा है। शाह ने बताया कि केंद्र ने दो लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूरों को अलग-अलग राज्य में उनके घर तक पहुंचाने की सुविधाएं दी हैं। पश्चिम बंगाल के श्रमिक भी वापस जाना चाहते हैं, लेकिन राज्य सरकार ट्रेनों को उनके यहां मंजूरी नहीं दे रही है। https://youtu.be/qe0Fhl_8qPU
अमित शाह ने कहा, ‘ममता सरकार प्रवासी मजदूरों के साथ नाइंसाफी कर रही है। ऐसा करना उनके लिए परेशानी खड़ी करेगा।’ उधर, तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह अपने आरोपों को साबित करें या माफी मांगें। उधर, कांग्रेस नेता अंधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मुझे आज पता चला है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने 8 ट्रेनों के लिए कहा है। मेरी अमित शाह और राज्य सरकार से अपील है कि वे मिलकर काम करें और दूसरे राज्यों में फंसे बंगाल के श्रमिकों की घर वापसी सुनिश्चित करें। करीना कपूर को आई पुराने दिनों की याद
ममता सरकार के दावे को रेलवे ने किया खारिज
रेलवे के अफसरों ने शनिवार को बताया कि ममता सरकार की तरफ 8 ट्रेन चलाने का कोई प्रस्ताव नहीं आया। अभी तक रेलवे ने राजस्थान और केरल से दो ट्रेनें पश्चिम बंगाल के लिए चलाई हैं। तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को दावा किया था कि ममता सरकार ने कर्नाटक, तमिलनाडु, पंजाब और तेलंगाना से रेलवे से आठ ट्रेनें चलाने को कहा है। इसमें एक ट्रेन हैदराबाद से मालदा के लिए शनिवार को शेड्यूल है। रेलवे के अफसर ने बताया कि शनिवार को 47 ट्रेनें शेड्यूल हैं, लेकिन एक भी ट्रेन पश्चिम बंगाल नहीं जाएगी https://www.instagram.com/p/B_-MQ40J2VS/?igshid=1e40xjerj143