अनुमति मिलते ही 3 दिन में तारीखे घोषित होंगी भोपाल उत्सव मेला समिति ने अपनी तैयारी पूरी की
भोपाल उत्सव मेला का जमकर लुफ्त उठाने वालो के लिए अच्छी खबर है कि अब उनको अधिक इंतजार नहीं करना होगा पुरे दो साल के बाद भोपाल उत्सव मेला एक बार फिर से अपने उसी रुप में लगने को तैयार है जिसके लिए मेला समिति ने अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर रही है। अब मात्र अनुमति मिलने का इंतजार है
मिति के प्रवक्ता सुनील जैनाविन ने बताया कि समिति द्वारा कोरोना की गाइड लाइन के अनुसार जरूरी सावधानियों के साथ मेले की तैयारी की जा चुकी हैं। पूरा योजना बना ली गई है। सिर्फ अनुमति लिए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। दो से तीन दिन में मेला को लेकर स्थिति साफ हो जाएगी।
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28 साल से हो रहा है भोपाल उत्सव मेला का आयोजन
आपको बतां दे भोपाल उत्सव मेला का आयोजन पिछले 28 साल से हो रहा है। लेकिन कोरोना के कारण बीते दो साल से यह नहीं लग पाया आपको बतां दे दो साल पहले टीटी नगर से इसे कलियासोत दशहरा मैदान पर लगाया गया था, लेकिन समिति इस बार टीटी नगर दशहरा मैदान में ही इसे आयोजित कराने की तैयारी कर रही है। स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्य के कारण मैदान को दुरुस्त करने में थोड़ा समय लग सकता है।
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वर्ष 1991 में हुई थी भोपाल उत्सव मेला की शुरुआत
भोपाल उत्सव मेलें कि शुरुआत वर्ष 1991 में केवल 70 स्टालों के साथ शुरू हुआ था। वर्तमान में इसका स्वरूप आठ एकड़ क्षेत्र में 600 हो गई। मेले में मुख्य रूप से मनोरंजन, खाना, आउटिंग और खरीदारी (यानी घटना, मनोरंजन, खाद्य और खरीदारी) के कारण आकर्षण का केंद्र रहता है। इसमें फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक सामान सहित विभिन्न वस्तुओं के सामान और व्यापारियों की बैठक की सुविधा होती है। अटोबाइल्स, घरेलू उपकरण और हथकरघा आदि कार्यक्रम को मनाने के लिए कई पुरस्कार भी दिए जाते हैं। भोपाल मेला ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। कव्वाली, गजल, कवि सम्मेलन, मुशायरा, बॉलीवुड गीत, नृत्य, कॉमेडी नाइट्स और मैजिक शो भी होते हैं।
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