ऐसे पूरा हो रहा है वैक्सीनेशन का टारगेट? मध्य प्रदेश के मुरैना में मृतक को टीका लगने का आया मैसेज

    मध्य प्रदेश के मुरैना में मृतक को टीका लगने का आया मैसेज
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    कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर सरकारों का दबाव और लोगों की लापरवाही के बीच इसमें लगे अमले की गैर जिम्मेदारानापूर्ण कार्यप्रणाली सामने आई है। मुरैना जिले के जौरा में तीन महीने पहले मृत एक व्यक्ति के परिवार को स्वास्थ्य विभाग के अमले ने यह संदेश भेज दिया है कि उसे 30 अक्टूबर को वैक्सीन का दूसरा डोज सफलतापूर्वक लगा दिया गया है।

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    बात मुरैना जिले के जौरा क्षेत्र की है। यहां उदयराज सिंह नामक व्यक्ति के बेटे ऐंदल सिंह का 31 जुलाई 2021 को निधन हो गया था। वह बीमार था और उसने मौत के चार दिन पहले पिता को बताया था कि कोरोना वैक्सीन का पहला डोज ले लिया है। इस बीमारी की वजह से ऐंदल सिंह की मौत हो गई। मगर ऐंदल सिंह के पिता उदयराज सिंह को उस समय आश्चर्य हुआ जब उनके पास ऐंदल सिंह के नाम का स्वास्थ्य विभाग से 30 अक्टूबर को मैसेज आया कि आपको कोविशील्ड का दूसरा डोज सफलतापूर्वक लगाया जा चुका है।

    पिता को टालमटोल जवाब देकर भगाया
    ऐँदल सिंह के पिता उदयराज का कहना है कि मृत बेटे के नाम से मैसेज आने पर वे अस्पताल गए थे। वहां जो डॉक्टर और कर्मचारी थे, उन्होंने टालमटोल कर वापस कर दिया। उन्होंने इसे मामूली गलती बताते हुए उदयराज को बैरंग लौटा दिया।

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    मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कार्रवाई करेंगे
    वहीं, जब लाइव हिंदुस्तान को जिला एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी एडी शर्मा ने बताया है कि उनकी जानकारी में ऐसा मामला नहीं है। अब संज्ञान में लाया गया है तो इस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

    https://youtu.be/4iOqWIXkQ48

    ये सवाल खड़े हुए
    वैक्सीनेशन में छूटे हुए लोगों पर प्रशासन एक तरफ तो यह आरोप लगा रहा है कि वे वैक्सीनेशन से बच रहे हैं लेकिन इस उदाहरण से यह लगता है कि प्रशासन द्वारा टारगेट को पूरा करने के लिए क्या किया जा रहा है। सवाल ये सामने आ रहे हैं कि ऐंदल सिंह के नाम पर लगा वैक्सीन कहां गया, कहीं प्रायवेट संस्थान में तो नहीं दे दिया और तीसरा प्रश्न अगर किसी और को लगा है तो उसे दूसरे डोज का कैसे सर्टिफिकेट मिलेगा।

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