एक्जाम देने आए छात्रों के उतरवाए इनर वियर,5 महिला आरोपी गिरफ़्तार

एक्जाम देने आए छात्रों के उतरवाए इनर वियर,5 महिला आरोपी गिरफ़्तार

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NEET के एक्जाम में छात्रों से उतरवाए इनर वियर, कई लड़कियों ने की पुलिस में शिकायत, 5 महिला आरोपी गिरफ़्तार

केरल के कोल्लम जिले में होने वाले राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट) में छात्रों से उतरवाए इनर वियर जिसके कारण छात्रों को अपमानजनक स्थिति का सामना करना पड़ा। परीक्षा में बैठने से पहले छात्राओं को इनरवियर उतारने के लिए कहा गया। पहली बार नीट परीक्षा देने आई 17 वर्षीय एक स्टूडेंट के पिता के मुताबिक, उनकी बेटी अब तक उस भयावह अनुभव को नहीं भूल पाई है जब उसे तीन घंटे से अधिक समय तक इनरवियर (ब्रा) के बिना बैठने के लिए मजबूर होना पड़ा।

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छात्रा के पिता ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और वह मानवाधिकार आयोग का रुख करके इस मुद्दे को उठाने के बारे में विचार कर रहे हैं। छात्रा के पिता ने एक टेलीविजन चैनल को बताया कि उनकी बेटी ने नीट के बुलेटिन पर निर्धारित ड्रेस कोड के मुताबिक ही कपड़े पहने हुए थे। उन्होंने कहा कि बुलेटिन में इनरवियर को लेकर कुछ नहीं कहा गया है। अन्य छात्राओं ने भी परीक्षा केंद्र पर इस तरह के भयावह अनुभव के बारे में जानकारी साझा की।

केरल पुलिस ने बताया है कि कोल्लम जिले में हुई घटना में आईपीसी की धारा 354 और धारा 509 के तहत केस दर्ज किया गया है। रविवार को कोल्लम के अयूर में एक निजी शिक्षण संस्थान में आयोजित नीट परीक्षा में बैठने के दौरान अपमानजनक अनुभव का सामना करने वाली एक लड़की की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया है।

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इस घटना पर प्रतिक्रिया जताते हुए केरल की उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदू ने सोमवार को कहा कि परीक्षा का आयोजन किसी सरकारी एजेंसी ने नहीं किया था और जो हुआ वह आयोजकों की ओर से गंभीर चूक का संकेत देता है।मंत्री ने कहा कि महिला अभ्यर्थियों के साथ आयोजकों का ऐसा आचरण अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा, ‘हम इस संबंध में केंद्र सरकार और नीट परीक्षा का आयोजन करने वाली राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) को अपनी नाराजगी से अवगत कराएंगे।

इस घटना की निंदा करते हुए विभिन्न युवा संगठनों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। तो वही केरल के राज्य मानवाधिकार आयोग ने भी घटना की जांच के आदेश दिए हैं। आयोग ने कोल्लम ग्रामीण एसपी को 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है। सोशल मीडिया पर भी लोग इस मामले पर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं और आरोपियों पर कार्रवाई की मांग कर रहा हैं।

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