एंटिगुआ। India vs west indies 1st Test Day 1 भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ गुरुवार से शुरू हुए पहले टेस्ट मैच के लिए रविचंद्रन अश्विन को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया। अश्विन को बाहर रखे जाने के फैसले पर पूर्व कप्तान और कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने हैरानी जताई।
भारत ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तहत शुरू हुई इस सीरीज के पहले टेस्ट मैच के लिए अपनी प्लेइंग इलेवन में अश्विन को जगह नहीं देते हुए रवींद्र जडेजा को शामिल किया। जैसे ही भारत के प्लेइंग इलेवन की घोषणा हुई, गावस्कर ने कहा, यह हैरान करने वाला फैसला है क्योंकि वेस्टइंडीज के खिलाफ अश्विन का रिकॉर्ड शानदार रहा है। कैरेबियाई टीम के खिलाफ अश्विन ने 11 टेस्ट मैचों में 552 रन बनाए है जिनमें 4 शतक भी शामिल है। उन्होंने गेंदबाजी में भी धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए 60 विकेट हासिल किए हैं। इसके बावजूद अश्विन को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखने का फैसला चौंकाने वाला है।
उल्लेखनीय है कि भारत ने जब पिछली बार 2016 में वेस्टइंडीज का दौरा किया था तब अश्विन ने 58.75 की औसत से 235 रन बनाए थे और 23.17 की औसत से 17 विकेट भी लिए थे। उन्होंने इस दौरान 2 शतक लगाए थे और वे दोनों टीमों की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। वे मैन ऑफ द सीरीज भी चुने गए थे। अश्विन को इस टीम के खिलाफ बल्लेबाजी में भी मजा आता है और उन्होंने विंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में 50.18 की औसत से रन बनाए हैं।
हर किसी को आश्चर्य इसलिए हुआ क्योंकि स्पिनर के रूप में रविंचद्रन अश्विन और कुलदीप यादव की अनदेखी कर रवींद्र जडेजा को शामिल किया गया। वैसे पहले दिन के खेल के बाद भारतीय उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने अश्विन को टीम से बाहर रखे जाने के टीम प्रबंधन के फैसले का बचाव किया। उन्होंने कहा कि अश्विन और रोहित शर्मा को बाहर रखने का फैसला आसान नहीं था लेकिन टीम हित में यह फैसला लिया गया।
@vicharodaya