प्रोफेसर कॉलोनी के 118 बंगलों को तोड़ कलेक्ट्रेट और मंत्रियों-अफसरों के लिए बनेगी हाइराइज बिल्डिंग

प्रोफेसर कॉलोनी के 118 बंगलों को तोड़ कलेक्ट्रेट और मंत्रियों-अफसरों के लिए बनेगी हाइराइज बिल्डिंग

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सरकार ने हाउसिंग बोर्ड के प्रोजेक्ट को कुछ बदलावों के साथ मंजूरी दे दी जिसके तहत प्रोफेसर कॉलोनी के 118 बंगलों को तोड़ कलेक्ट्रेट और मंत्रियों-अफसरों के लिए बनेगी हाइराइज बिल्डिंग

प्रोफेसर कॉलोनी के 118 बंगलो को तोड़कर नया कलेक्ट्रेट बनाने के हाउसिंग बोर्ड के प्रोजेक्ट को कुछ बदलावों के साथ मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली समिति ने मंजूरी दे दी है आपको बता दें इस वक्त कलेक्ट्रेट परिसर भोपाल की लाल घाटी के पास स्थित है जिस शिफ्ट करने के लिए एक लंबे समय से विचार हो रहा था और इस प्रोजेक्ट को मंजूरी के बाद अब यह तय हो गया है कि नया कलेक्ट्रेट प्रोफेसर कॉलोनी में ही आएगा आपको बता दें प्रोफेसर कॉलोनी भोपाल की ऐसे स्थान पर बनी हुई है जो नए और पुराने शहर के बीच स्थित है

यह है प्रोजेक्ट की खासियत

प्रोजेक्ट की नई खासियत यह है कि अब यहां मंत्रियों और वरिष्ठ आईएएस अफसरों के निवास के लिए हाइराइज बिल्डिंग बनाई जाएगी, जिसमें 20 बी टाइप आवास होंगे। एक बदलाव यह है कि मौजूदा सर्किट हाउस को तोड़कर मूल योजना में यहां प्रस्तावित स्टेट गेस्ट हाउस को अब लिंक रोड नंबर 2 पर बनाया जाएगा।

अब अतिथि विद्वान और कवियों पर भी लगेगा 18% जीएसटी.

हैबिटेट सेंटर को प्रोजेक्ट से बाहर कर दिया गया है। इसके अलावा मेट्रो रेल कंपनी का दफ्तर भी अभियान नहीं बनेगा बल्कि मेट्रो रेल कंपनी को शिवाजी नगर स्थित नगरीय आवास एवं विकास विभाग (यूएडीडी) की बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाएगा और यह विभाग प्रोफेसर कॉलोनी आ जाएगा। पहले मेट्रो रेल कंपनी और यूएडीडीडी दोनों के दफ्तर यहां बनाने की योजना थी।

प्रोफेसर कॉलोनी में कलेक्ट्रेट कैंपस बनाने के हाउसिंग बोर्ड के प्रोजेक्ट को मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली साधिकार समिति ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। अब हम डीपीआर बनाएंगे और उसके बाद प्रोजेक्ट आगे बढ़ेगा।
-भरत यादव, कमिश्नर हाउसिंग बोर्ड

शिफ्टिंग के बाद मौजूदा कलेक्ट्रेट में हाउसिंग प्रोजेक्ट…

कलेक्ट्रेट कैंपस की शिफ्टिंग से 6 हेक्टेयर (14.82 एकड़) जमीन खाली हो जाएगी। इस जमीन पर हाउसिंग प्रोजेक्ट लाया जाएगा। यहां 320 मकान बनाए जाएंगे। ‌प्रोफेसर कॉलोनी में ऑफिस कॉम्प्लेक्स बनाने वाला डेवलपर यहां मकान बनाकर अपनी प्रोजेक्ट लागत निकाल सकेगा।

ये ऑफिस ब्लॉक बनेंगे

नया कलेक्ट्रेट
आईजी और एसपी ऑफिस
कमिश्नर ऑफिस
मेट्रो सेंटर ऑफिस
यूएडीडी ऑफिस।
प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने अब हम डीपीआर बनाएंगे

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