11 साल की बच्ची से गैंगरेप का मामला सामने आया है सतना जिले के मैहर से बच्ची को गंभीर हालत में रीवा जिला अस्पताल रेफर किया गया है
सतना जिले के मैहर में 11 साल की बच्ची से गैंगरेप का मामला सामने आया है। बच्ची को गंभीर हालत में रीवा जिला अस्पताल रेफर किया गया है। पीड़िता के बयान के बाद दोनों आरोपियों अतुल कुमार बढोलिया और रवि कुमार की शिनाख्त भी कराई गई। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बच्ची गुरुवार दोपहर करीब एक बजे घर के बाहर से लापता हो गई थी। शुक्रवार सुबह वह लौटी। उसकी हालत बेहद खराब थी। वजह पूछने पर उसने परिजन को वारदात की जानकारी दी। इसके बाद परिजन स्थानीय लोगों के साथ थाने पहुंचे और FIR दर्ज कराई।
दोनों आरोपी शारदा देवी मंदिर प्रबंध समिति के कर्मचारी है। जिन्हें इस घटना के बाद मंदिर समिति ने बर्खास्त कर दिया है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। इधर, एसपी आशुतोष गुप्ता ने मैहर पहुंच कर घटना स्थल का मुआयना किया। उन्होंने मामले की गंभीरता से जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
पुलिस ने पीड़िता को परिजन और स्टाफ के साथ मेडिकल चेकअप के लिए मैहर सिविल हॉस्पिटल भेजा। यहां सैंपल लेने के बाद बच्ची को इलाज के लिए रीवा भेजा गया है।
जानकारी मिलते ही मैहर एसडीएम सुरेश जाधव, एसडीओपी लोकेश डावर, टीआई अनिमेष द्विवेदी और तहसीलदार जितेंद्र पटेल भी सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घटना की जानकारी ली। बच्ची के इलाज के संबंध में डॉक्टरों से चर्चा भी की। एसडीओपी लोकेश डावर ने बताया कि मेडिकल में नाबालिग के साथ रेप की पुष्टि हुई है।
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सीएम शिवराज सिंह बोले- कोई भी अपराधी बचेगा नहीं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया- मैहर में बेटी के साथ दुष्कर्म की जानकारी मिली है। मन पीड़ा से भरा हुआ है। व्यथित हूं। मैंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि कोई भी अपराधी बचना नहीं चाहिए। प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि बेटी के समुचित इलाज की व्यवस्था की जाए। कोई भी अपराधी बचेगा नहीं, कठोरतम् कार्रवाई की जाएगी।
कमलनाथ बोले- बलात्कार, अत्याचार प्रदेश की छवि बन गए
मासूम से गैंगरेप की इस घटना पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा- मध्यप्रदेश में रोज ऐसी घटनाएं हो रही हैं। इनमें से कई सामने नहीं आती हैं। बच्चों के साथ बलात्कार, महिलाओं पर अत्याचार, आदिवासी अनुसूचित जनजाति वर्ग पर अत्याचार आज मध्यप्रदेश की छवि बन गई है। यहां कानून-व्यवस्था नहीं बची है। अपराधी बेखौफ हैं। किसी को किसी का डर नहीं है। कमलनाथ ने पीड़िता को बेहतर उपचार और एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता की मांग की है।