आज से लगेगा कोरोना का तीसरा टीका दोनों डोज ले चुके बुजुर्गों को आज से प्रीकॉशन डोज,फ्रंटलाइन और हेल्थकेयर वर्कर्स भी दायरे में

    कोरोना का तीसरा टीका
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    कोरोना का तीसरा टीका लगना शुरु,कोमॉर्बिडिटी वाले बुजुर्गों को आज से प्रीकॉशन डोज

    देश में कोरोना महामारी के चलते तीसरी लहर का खोफ़ दिखाई देने लगा है जिसके चलते अब कोरोना का तीसरा टीका लगने कि बात कही जा रही हैं इतना ही नहीं देश में प्रतिदिन 1 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे है क्योकिं बुजुर्गों का इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होता है, ऐसे में वे ही ज्यादा खतरे में हैं। इसी को देखते हुए देश में आज यानी 10 जनवरी से 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को प्रीकॉशन डोज लगना शुरू हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में 60 साल से ज्यादा उम्र के करीब 11 करोड़ बुजुर्ग हैं।

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    इसके साथ ही फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थकेयर वर्कर्स को भी यह तीसरा डोज दिया जाएगा। चुनाव में ड्यूटी लगने वाले लोगों को भी फ्रंटलाइन वर्कर की कैटेगरी में रखा गया है। इन्हें मिलाकर, देश में करीब 3 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थकेयर वर्कर्स हैं। इन सभी को प्रीकॉशन डोज लगवाने की पात्रता है।

    इन्हें लगेगा कोरोना का तीसरा टीका
    जिन लोगों को 3 मई या उससे पहले दूसरा डोज लगा हो उन्हें 31 जनवरी तक प्रीकॉशन डोज मिलेगा। जब भी संबंधित व्यक्ति प्रीकॉशन डोज के लिए एलिजिबल हो जाएगा, तो कोविन उसे टेक्स्ट मैसेज भेजकर सूचना देगा कि तीसरा डोज लगवाने का समय आ गया है।

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    बुजुर्गों को तीसरी डोज देने के लिए तीन शर्तें रखी गई हैं

    • वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हों।
    • दूसरा डोज कम से कम 9 महीने (37 हफ्ते या 273 दिन) पहले लिया हो।
    • सिर्फ कोमॉर्बिडिटी (कई बीमारियों से ग्रसित) वाले बुजुर्ग ही तीसरा डोज ले सकेंगे।

    कोरोना का तीसरा टीका लगाने लगेगी डॉक्टर की सलाह 

    केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि कोमॉर्बिडिटी वाले 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों को प्रीकॉशन डोज लेने के लिए डॉक्टर के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं होगी। हालांकि, ऐसे लोगों को प्रीकॉशन डोज लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेने को कहा गया है।

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    बाकी वैक्सीन की तरह प्रीकॉशन डोज भी मुफ्त होगा
    सरकार के मुताबिक, प्रीकॉशन डोज सरकारी वैक्सीन केंद्रों पर मुफ्त होगा। हालांकि, प्राइवेट हॉस्पिटल या वैक्सीन केंद्रों पर इसके लिए पैसे देने पड़ेंगे। हालांकि सरकार ने लोगों से आग्रह किया है कि जो लोग सक्षम हैं, वे प्राइवेट अस्पतालों के वैक्सीन केंद्रों में भुगतान करके तीसरा डोज लगवाएं।

    60+ लोगों के लिए कोमॉर्बिटिडी में शामिल हैं कौन सी बीमारियां
    सरकार ने 60+ लोगों के लिए कोमॉर्बिडिटी में शामिल बीमारियों की अलग से लिस्ट जारी नहीं की है, लेकिन कोविन के डॉ. आरएस शर्मा के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 45 से 60 की उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन के लिए पहले ही जारी हो चुकी कोमॉर्बिटिडी के तहत 20 मेडिकल कंडिशन ही प्रीकॉशन डोज के लिए भी मान्य होंगी।

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    • पिछले एक साल में हार्ट फेल्योर की वजह से अस्पताल में भर्ती होने पर
    • पोस्ट कार्डिएक ट्रांसप्लांट/लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस
    • सिग्नफिकेंट लेफ्ट वेंट्रिकुलर सिस्टोलिक डिस्फंक्शन
    • मॉडरेट या सिविर वाल्वुलर हार्ट डिजीज
    • जन्मजात हार्ट डिजीज
    • हाइपरटेंशन/डायबिटीज के इलाज के साथ कोरोनरी आर्टरी रोग
    • ऐन्जाइन और हाइपरटेंशन/डायबिटीज का इलाज जारी हो
    • स्ट्रोक और हाइपरटेंशन का रिकॉर्ड/डायबिटीज का इलाज जारी
    • पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन और हाइपरटेंशन/डायबिटीज का इलाज जारी
    • डायबिटीज (10 वर्ष से ज्यादा या जटिलताओं के साथ) और हाइपरटेंशन/डायबिटीज का इलाज जारी
    • किडनी/लिवर/स्टेम सेल ट्रांसप्लांट हो चुका हो/होने वाला हो
    • किडनी की लास्ट स्टेज बीमारी में डायलिसिस/CAPD पर हों
    • ओरल कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स / इम्यूनोसप्रेसेन्ट दवाओं का लंबे समय से उपयोग कर रहे हों
    • डीकाम्पन्सेटेड सिरोसिस

    बंदिशे लगाना बेहद जरुरी मध्यप्रदेश में 1 फरवरी तक पीक मे आ जाएगा कोरोना;प्रो.मनिंद्र अग्रवाल

    • पिछले दो वर्षों में सांस की गंभीर बीमारी की वजह से अस्पताल में भर्ती होने पर
    • लिंफोमा / ल्यूकेमिया / माइलोमा
    • 1 जुलाई 2020 या उसके बाद किसी भी सॉलिड कैंसर की पहचान या वर्तमान में किसी भी कैंसर की थेरेपी पर।
    • सिकल सेल रोग/ बोन मैरो फेल्योर/अप्लास्टिक एनीमिया/ थैलेसीमिया मेजर
    • प्राइमरी इम्यूनोडिफिशिएंसी डिजीज/HIV इंफेक्शन।

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