जनसेवा के प्रति समर्पण भाव से लोकप्रिय बने डॉ. नरोत्तम मिश्रा

जनसेवा के प्रति समर्पण भाव से लोकप्रिय बने डॉ. नरोत्तम मिश्रा

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डॉ. दुर्गेश केसवानी.तुलसीदास जी ने राम चरित मानस की रचना के आरंभ संत और असंत की वंदना करते हुए अनेक दोहे और चौपाइयों का उल्लेख किया है। एक स्थान पर बुराइयों का त्याग कर सदगुणों को ग्रहण करने के संदर्भ में हंस को संत की उपमा देते हुए उल्लेख किया है कि – जड़ चेतन गुन दोषमय बिस्व कीन्ह करतार। संत हंस गुन गहहिं पय परिहरि बारि बिकार ।। तात्पर्य कि विधाता ने इस जड़-चेतन विश्व को गुण-दोषमय रचा है, किन्तु संत रूपी हंस दोष रूपी जल को छोड़कर गुण रूपी दूध को ही ग्रहण करते हैं। वर्तमान में राजनीति के क्षेत्र को विष के समान माना जाने लगा है

संकट मोचक डॉ. नरोत्तम मिश्रा कार्यकर्ताओं के सखा,मित्र और मार्गदर्षक साबित हुए -डॉ. दुर्गेश केसवानी

यहां तक अधिकांश राजनेता भी अपनी संतति को राजनीति से दूर रखना चाहते हैं ऐसे समय में राजनीति में यदि कोई धवल छवि के राजनेता का नाम सामने आए तो चर्चा लाजिमी है और मध्य प्रदेश की राजनीति में ऐसे ही धवल परिधान और वैसी छवि लिए सरकार के संकट मोचक के रूप में अपनी पहचान स्थापित करने वाले नेता हैं गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा। जिस तरह संत रूपी हंस जल और दूध के मिश्रण में से गुण रूपी पय का सेवन कर अवगुण स्वरूप जल को त्याग देता है डॉ नरोत्तम मिश्रा ने भी राजनीति के मूल उद्देश्य जनसेवा को स्वीकार कर कतिपय अवगुणों का त्याग कर दिया। और रही बात दोषों की तो जड़ चेतन गुन दोषमय बिस्व कीन्ह करतार राजनीति के दोषों को उन्होने विष समझ कर पान कर लिया। डॉ. नरोत्तम मिश्रा देश सहित प्रदेश में जनसेवा के प्रति समर्पण भाव से लोकप्रिय बने है।

अदम्य साहस और शौर्य के प्रतीक डॉ. नरोत्तम मिश्रा -डॉ. दुर्गेश केसवानी

मध्यप्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा भाजपा के दिग्गज नेताओं में से हैं इसके अलावा नरोत्तम मिश्रा भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य भी है नरोत्तम मिश्रा को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का भरोसेमंद माना जाता है। नरोत्तम मिश्रा मध्य प्रदेश की सियासत में बीजेपी का बड़ा ब्राह्मण चेहरा हैं। डॉ नरोत्तम मिश्रा ने 1977-78 के दौरान कॉलेज में पढ़ाई के समय ही अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कर दी थी। नरोत्तम मिश्रा ने जीवाजी विश्वविद्यालय में छात्रसंघ के सचिव की जिम्मेदारी निभाई। मिलनसार व्यक्तित्व होने के कारण नरोत्तम मिश्रा ने इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 1978-80 में म.प्र.भारतीय जनता युवा मोर्चा की प्रान्तीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे। डॉ. मिश्रा 1985-87 में म.प्र. भाजपा की प्रान्तीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे। डॉ मिश्रा 1990 में नवम विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए तथा लोक लेखा समिति के सदस्य रहे।

साकार हिंदुत्व का सत्कार यानि पंडित नरोत्तम मिश्रा -डॉ. दुर्गेश केसवानी

डॉ. मिश्रा 1990 में विधान सभा में सचेतक भी रहे। डॉ. नरोत्तम मिश्रा वर्ष 1998 तथा 2003 में विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए। डॉ. नरोत्तम मिश्रा को एक जून, 2005 को तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के मंत्रिमण्डल में राज्य मंत्री के रूप में शामिल किया गया। डॉ. मिश्रा को 4 दिसम्बर, 2005 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में शामिल किया गया। डॉ. नरोत्तम मिश्रा को 28 अक्टूबर 2009 को पुनः शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में केबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलवाई गयी। डॉ. नरोत्तम मिश्रा दतिया विधानसभा क्षेत्र से चतुर्दश विधानसभा के सदस्य चुने गये। उन्होंने 21 दिसम्बर, 2013 को केबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।

पहली बार 2003 में बाबूलाल गौर सरकार में राज्य मंत्री बने थे। तब से लेकर अभी तक कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों का जिम्मा संभाल चुके हैं। जिनमें कानून, शिक्षा, आवास, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, जल संसाधन और जनसंपर्क सहित कई विभाग शामिल है। साल 2005 में जब शिवराज सिंह चौहान पहली बार मुख्यमंत्री बने तब नरोत्तम मिश्रा को संसदीय कार्य मंत्री बनाया गया था।

अदम्य साहस और शौर्य के प्रतीक डॉ. नरोत्तम मिश्रा -डॉ. दुर्गेश केसवानी

डॉ मिश्रा वर्तमान में मध्य प्रदेश के गृह मंत्री हैं । साथ ही उनके पास विधि, जेल व संसदीय कार्य मंत्रालय कर जिम्मेदारी भी है। 2018 में चुनाव में मिली हार के बाद जब भाजपा विपक्ष में बैठी और फिर सिंधिया की बगावत के बाद जब भाजपा वापस सरकार में आई तो भाजपा को सत्तारूढ़ करने में डॉ नरोत्तम मिश्रा की मुख्य भूमिका रही। फिर सरकार बनने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने नरोत्तम मिश्रा को गृहमंत्री बनाया । गृह मंत्री और राज्य प्रवक्ता के रूप में कार्यभार संभालने के बाद से नरोत्तम मिश्रा ने रोजाना मीडिया को संबोधित करना शुरू किया। इस दौरान वो सरकार की नीतियों के बारे में जानकारी देते हैं लेकिन अंत में अक्सर ही वो वर्तमान मुद्दों पर टिप्पणियां भी करते हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफे के कारण लगभग डेढ़ साल के वनवास के बाद फिर से शिवराज सरकार का गठन हुआ था और तब से नरोत्तम मिश्रा ने खुद को कट्टरवादी नेता के तौर पर पेश करना शुरू कर दिया। मशहूर फैशन एवं आभूषण डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी के मंगलसूत्र पर उपजे विवाद के बीच विज्ञापन को वापस ले लिया गया मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने चेतावनी दी थी कि अगर 24 घंटे के भीतर विज्ञापन को वापस नहीं लिया गया तो उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।

संकट मोचक डॉ. नरोत्तम मिश्रा कार्यकर्ताओं के सखा,मित्र और मार्गदर्षक साबित हुए -डॉ. दुर्गेश केसवानी

नरोत्तम मिश्रा ने प्रकाश झा की आश्रम वेबसीरीज और डाबर इंडिया लिमिटेड विज्ञापन को लेकर आपत्ति जताई थी। दरअसल, डाबर इंडिया के विज्ञापन में एक समलैंगिक महिला जोड़े को करवा चौथ मनाते हुए दिखाया गया था। जिसके बाद नरोत्तम मिश्रा ने कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया था और फिर कंपनी ने विज्ञापन को वापस ले लिया। अंग्रेजी वेबसाइट ’इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के मुताबिक नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि विज्ञापन बनाने वाले हमेशा हिंदू धर्म का उपयोग क्यों करते हैं ? अगर उनमें हिम्मत है तो वे दूसरे धर्मों का इस्तेमाल क्यों नहीं करते? 2021 की शुरुआत में उज्जैन में एक सांप्रदायिक झड़प के बाद नरोत्तम मिश्रा ने पत्थरबाजी की घटना को अंजाम देने वालों को लेकर कहा था कि ध्यान रहे, मध्य प्रदेश में कानून का राज है। जिस घर से पत्थर आएंगे, उसी घर से पत्थर निकाले जाएंगे। इसके बाद उन्होंने धर्मांतरण मुद्दे को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी।

अदम्य साहस और शौर्य के प्रतीक डॉ. नरोत्तम मिश्रा -डॉ. दुर्गेश केसवानी

हाल ही में खरगौन और बड़वानी में रामनवमी पर हिंसा के मामले में मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान था कि प्रदेश की सरकार अब एक्शन में नहीं रिएक्शन में है। उन्होने यह भी कहा था कि जिन घरों से पत्थर आए हैं हम उन घरों को पत्थर में बदल देंगे। प्रदेश में कानून का राज है, शिवराज सिंह चौहान की सरकार है, किसी दंगाई को बख्शा नहीं जाएगा। डॉ नरोत्तम मिश्रा हिन्दूओं के हित की रक्षा के लिए और हिन्दुओं के सम्मान और की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैँ चाहे कश्मीरी पंडितों की बात हो या पाकस्तान से आकर मध्य प्रदेश में बसे हिन्दुओं को भारत की नागरिकता दिलाने का मामला हो डॉ नरोत्तम मिश्रा हमेशा ही आगे आए ।

डॉ. दुर्गेश केसवानी -लेखक भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश के प्रदेश प्रवक्ता है।

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