इंदौर का पत्थरबाज और रासुका में बंद आरोपी जावेद कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हो गया है, उसे शुक्रवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। उसे जल्द ही भोपाल की सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया जाएगा। आरोपी जावेद की जांच रिपोर्ट 11 अप्रैल को पॉजिटिव आई थी,
इसके बाद नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। आरोपी जावेद पर इंदौर में स्वास्थ्यकर्मियों पर पथराव करने का आरोप था, इस कलेक्टर इंदौर ने उसके खिलाफ तीन अन्य साथियों के साथ जिला बदर की कार्रवाई की थी। 10 अप्रैल को उसे जबलपुर लाया गया था, लेकिन उसे कोरोना के लक्षण दिखने पर जेल में नहीं रखा गया और उसकी कोरोना की जांच कराई गई।
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मेडिकल कॉलेज से 19 अप्रैल को फरार हो गया था जावेद
इलाज के दौरान जावेद 19 अप्रैल को जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल से फरार हो गया था। जावेद की फरारी ने पूरे पुलिस महकमे की नाक में दम कर दिया था। हालात इतने गंभीर हुए कि मामला पुलिस मुख्यालय तक पहुंच गया था और डीजीपी ने 50 हजार का इनाम तक घोषित कर दिया था।
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हालांकि अगले ही दिन 20 अप्रैल को जावेद नरसिंहपुर से पकड़ा गया और उसे फिर से मेडिकल कॉलेज के अस्पताल भर्ती कर दिया गया। जावेद की वजह से जबलपुर के गढ़ा क्षेत्र के सीएसपी और आईपीएस रोहित काशवानी भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। अब जब वो स्वस्थ्य हो गया है तो हाईकोर्ट के आदेश पर उसे भोपाल की सेट्रल जेल में शिफ्ट किया जाएगा।
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