हम जितनी तेजी से डिजिटल दुनिया की ओर बढ़ रहे हैं उतनी ही तेजी से सायबर क्राइम की संख्या में भी वृद्धि हो रही है भारत में भी इंटरनेट क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ता ही चला जा रहा है जिसे रोक पाना अब मुश्किल नजर आ रहा है आज भारत में तीन चौथाई इंटरनेट उपभोक्ता किसी न किसी तरह सायबर क्राइम का शिकार हो रहे हैं इसी को रोकने के लिए देश के कई राज्य अपने अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं इसी दिशा में एक कदम मध्य प्रदेश सरकार ने भी बढ़ाया है ऑनलाइन ठगी से निपटने के लिए अब सायबर सेना बनाई जा रही है जो कि सायबर क्राइम से लोगों की मदद करेगी
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ये सायबर सिपाही तीन तरह के होंगे। पहले- गैरकानूनी सामग्री की जानकारी जुटाकर पीड़ितों की ऑनलाइन मदद करेंगे। दूसरे- सायबर फ्रॉड और उससे बचाव को लेकर जागरूक करेंगे। तीसरे-सायबर विशेषज्ञ होंगे, जो गंभीर मामलों में सीधे मदद करेंगे। भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने बाकायदा एक वेबसाइट बनाकर ऐसे विशेषज्ञों को जोड़ना शुरू कर दिया है, जो सायबर के जानकार हैं। इन्हें सायबर वॉलंटियर्स नाम दिया जा रहा है। इसी नाम से केंद्रीय गृह मंत्रालय ने वेबसाइट भी बनाई है। इसके जरिए देशभर का कोई भी नागरिक सीधे जुड़ सकता है।
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सरकार ने इसकी चयन प्रक्रिया सख्त रखी है, ताकि कोई गलत व्यक्ति न जुड़ जाए। सायबर एक्सपर्ट हेमराज सिंह चाैहान ने बताया कि भोपाल शहर के साथ पूरे प्रदेश और देश में लगातार सायबर फ्रॉड के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में भारत सरकार ने साइबर वाॅलंटियर्स को जोड़ने की यह पहल शुरू की है।
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इस पहल से हमारे द्वारा की गई मदद को कानूनी वैधता मिलेगी। एसपी (दक्षिण भोपाल) कृष्णा थोटा ने बताया कि आम लोगों को सायबर वालिंटियर्स के रूप में जोड़ रहे हैं। इसमें जिनके पास टेक्नीकल नॉलेज है, वे लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे।