भोपाल नगर निगम परिषद की मीटिंग में पार्षद निधि,फ्री पार्किंग में शुल्क वसूलने को लेकर विवाद,दो बार घेरी अध्यक्ष की कुर्सी

भोपाल नगर निगम परिषद की मीटिंग में पार्षद निधि,फ्री पार्किंग में शुल्क वसूलने को लेकर विवाद,दो बार घेरी अध्यक्ष की कुर्सी

Share this News

भोपाल नगर निगम परिषद की मीटिंग में पार्षद निधि, एमआईसी के संकल्पों और फ्री पार्किंग में शुल्क वसूलने को लेकर जमकर हंगामा हुआ।

भोपाल नगर निगम परिषद में कांग्रेसी पार्षदों ने अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी की दो बार कुर्सी घेरी। पार्षद निधि के मामले में अध्यक्ष सूर्यवंशी ने कहा कि पार्षद निधि पर अंकुश लगाना गलत है। इसी बीच बीजेपी और कांग्रेस पार्षद आमने-सामने हो गए। एमआईसी मेंबर रविंद्र यति इसी मुद्दे पर बात करने उठे तो अध्यक्ष से उनकी हल्की नोंकझोंक हो गई। इसके बाद अध्यक्ष सूर्यवंशी ने मीटिंग को कुछ देर के लिए स्थगित कर दिया। प्रश्नकाल के दौरान पार्षद योगेंद्र सिंह गुड्‌डू चौहान ने फ्री पार्किंग के बाद भी शुल्क वसूल करने का मुद्दा उठाया। इस पर अध्यक्ष ने संबंधित का टेंडर कैंसिल कर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए।

भोपाल कलेक्ट्रेट में नौकरी के नाम पर ठग,60,हजार मंथली सैलरी का झांसा देकर दो लाख ठगे

अध्यक्ष सूर्यवंशी ने कहा कि जहां-जहां फ्री पार्किंग है, वहां पर बोर्ड लगाया जाए। बावजूद लोगों से पार्किंग शुल्क वसूला जाता है तो जोनल अधिकारी जिम्मेदार होंगे। पहली बार पार्षद निधि और दूसरी बार एमआईसी के संकल्पों का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस पार्षदों ने आसंदी घेर ली।

इससे पहले मीटिंग करीब 40 मिनट देरी से सुबह 11.40 बजे शुरू हुई। शुरुआत ‘वंदे मातरम’ के साथ हुई। अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने मीटिंग की शुरुआत की। तभी कांग्रेसी पार्षदों ने पिछले बजट को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी, सीनियर पार्षद योगेंद्र सिंह गुड्‌डू चौहान, अजीजउद्दीन ने पार्षद निधि में कमी करने को लेकर विरोध जताया। साथ ही पिछले बजट का आदेश पलट पर रखने की मांग करने लगे। जवाब देने के लिए महापौर मालती राय को कुर्सी से उठना पड़ा। उन्होंने जवाब भी दिया, लेकिन विपक्ष अपनी बात पर अड़ा रहा।

2000 के नोट पर RBI का बड़ा फैसला,जानें कब और कैसे बदले जाएंगे 2000 के नोट

इसके बाद सभी कांग्रेसी पार्षद निगम अध्यक्ष सूर्यवंशी की आसंदी के सामने पहुंच गए। उन्होंने पूरी पार्षद निधि देने की मांग करते हुए नारेबाजी भी की। निगम अध्यक्ष ने सभी को समझाईश देकर लौटाया। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने निगम दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया। वे ‘नरेला की महापौर’ के स्लोगन लेकर प्रदर्शन करने पहुंचे थे। पार्षद निधि के मुद्दे पर निगम अध्यक्ष सूर्यवंशी ने कहा कि पार्षद निधि पर अंकुश लगाना ठीक नहीं है। इधर, पार्षद निधि के मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस पार्षद आमने-सामने हो गए। इसके चलते अध्यक्ष सूर्यवंशी ने 5 मिनट के लिए मीटिंग स्थगित कर दी।

Download our App Now

Advertisement

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

क्यों इतनी तेजी से फैल रहा आई फ्लू,काला चश्मा पहनने से मिलेगा लाभ कैसै बना बजरंग दल,जाने क्या है इसका इतिहास जानिए पहलवानों के आरोप और विवादों में घिरे ब्रजभूषण शरणसिंह कौन है?. Most Dangerous Dog Breeds: ये हैं दुनिया के पांच सबसे खतरनाक कुत्ते जाति प्रमाण पत्र कैसे बनाये, जाति प्रमाण पत्र कितने दिन में बनता है