उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के पिता आनन्द सिंह बिष्ट (Anand Singh Bisht) की लंबी बीमारी के बाद आज सुबह 10 बजकर 44 मिनट पर निधन हो गया है. उनकी उम्र 89 वर्ष थी. तबीयत बिगड़ने की वजह से उन्हें पिछले महीने दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था. सीएम योगी आदित्यनाथ ने बयान में कहा कि वह कोरोनावायरस महामारी के चलते मंगलवार (21 अप्रैल) को अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाएंगे. साथ ही उन्होंने अपील की है कि लॉकडाउन का पालन करते हुए कम से कम लोग अंतिम संस्कार में रहें.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “अंतिम क्षणों में पिता के दर्शन की इच्छा थी, परंतु वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने के कर्तव्यबोध
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के कारण मैं नहीं कर सका. कल 21 अप्रैल को अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में लॉकडाउन की सफलता और महामारी कोरोना को परास्त करने की रणनीति के कारण भाग नहीं ले पा रहा हूं.”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता को पेट मे दर्द और सांस लेने की तकलीफ की वजह से बीते 12 मार्च को दिल्ली स्थित एम्स में उन्हें भर्ती कराया गया था. हंसमुख स्वभाव के धनी आनन्द सिंह बिष्ट फारेस्ट विभाग के रेंज अधिकारी के पद से रिटायर होने बाद सामाजिक कार्यो में व्यस्त रहते थे.
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सीएम योगी के पिता ने उत्तराखंड के यमकेश्वर क्षेत्र में उच्च शिक्षा के लिए साल 1998 में गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय खोला था. इसके अलावा उन्होंने अलग राज्य के शुरू किए गए आंदोलन में भी हिस्सा लिया था. आनंद सिंह बिष्ट के परिवार में उनकी पत्नी, तीन बेटे और चार बेटियां हैं.
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उनके निधन के बाद यमकेश्ववर में अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है. वीआईपी मूवमेंट को देखते हुए वहां दो हेलीपैड बनाए गए हैं. सीएम योगी के पिता के पार्थिव शरीर को दिल्ली से सड़क के रास्ते यमकेश्वर लाया जा रहा है.