फिंगर प्रिंट और केवायसी अपडेट न होने के नाम पर पर नहीं मिला राशन शिकायत लेकर पहुंची थीं कलेक्टरेट
मंगलवार को भोपाल कलेक्टरेट पहुंची महिलाओं ने बताया कि वह ठंड में ठिठुरती रही लेकिन फिंगर प्रिंट और केवायसी अपडेट न होने के नाम पर राशन नहीं दिया गया जब काफी देर तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। और कलेक्टरेट परिसर में उन्हें रोका गया तो जमकर हंगामा हो गया
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कलेक्टोरेट पहुंची जेपी नगर की बानो बी ने बताया, 3 महीने से राशन दुकान के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन राशन नहीं मिल रहा। दुकान पर जाते हैं तो आईडी बंद होने की बात कहते हुए भगा दिया जाता है। गैस राहत कॉलोनी की सुशीलाबाई ने बताया, गरीबी रेखा की लिस्ट से नाम हटाने से डेढ़ साल से राशन नहीं मिला है। महिलाओं ने बताया कि ठंड में ठिठुर रहे हैं। फिर भी राशन नहीं मिल रहा है।
ये थी मांग
- केवायसी के नाम पर परेशान न किया जाए।
- भोपाल में नए बीपीएल कार्ड बनाने का काम पिछले 2 साल से बंद है। उसे पुन: शुरू किया जाए।
- नई और संशोधित खाद्यान्न पात्रता पर्ची की अधिकतम समय सीमा 15 दिन तय की जाए।
- बीपीएल परिवारों की आईडी में जितने नाम दर्ज है और आधार से लिंक है, उन सभी सदस्यों की खाद्यान्न पात्रता पर्ची प्रदान की जाए। ताकि उन्हें खाद्यान्न मिल सके।
- भोपाल कलेक्टर ऑफिस के 24 नवंबर 2020 के निर्देश को निरस्त किया जाए। नई पात्रता पर्ची, आईडी में लाम दर्ज कराने और बीपीएल के नाम संपूर्ण एकल खिड़की प्रणाली लागू हो। कलेक्टोरेट में व्यवस्था हो।
- पीओएस मशीन में जिन बुजुर्ग, बच्चों एवं दिव्यांगों के फिंगर प्रिंट नहीं आ रहे, उन्हें राशन से वंचित न किया जाए। रेटीना से पहचान कर व्यवस्था लागू की जाए।
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