आपको बता दें कि छठ पर्व की शुरूवात हो चुकी हैं जो कि चार दिनों तक चलेगी। यह पूजा सूर्य देवता व उनकी पत्नी को समर्पित मानी जाती हैं छठ पूजा तीसरे दिन सबसे अधिक पावन मानी जाती हैं जो कि इस साल दो नवंबर को पड़ रही हैं इस दौरान व्रती महिलाओं को भूलकर भी कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से उनका व्रत पूर्ण नहीं माना जाता हैं तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं। कि वो कौन सी गलतियां हैं, तो आइए जानते हैं।

chhath-puja_20181053857

छठ पूजा का व्रत कठिन माना जाता हैं क्योंकि इसके नियम बहुत ही कड़े होते हैं इसलिए महिलाएं अगर यह व्रत रखती हैं तो उन्हें इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। छठ पूजा में सफाई का बहुत ही महत्व होता हैं छठ पूजा का प्रसाद साफ सुथरी जगह पर ही बनाएं। प्रसाद को गंदे हाथों सेन तो छूना चाहिए। और न ही बनाना चाहिए। सूर्य देवता को अर्घ्य देने के लिए चांदी, स्टेनलेस स्टी, ग्लास या प्लास्टिक का प्रयोग ना करें।

76 रुपये महंगा हुआ घरेलू रसोई गैस सिलिंडर, जानें नई कीमत

छठ पूजा का प्रसाद उस जगह पर नहीं बनाना चाहिए। जहां खाना बनता है। पूजा का प्रसाद बांस या मिट्टी के बर्तन में बनाएं और मिट्टी के चूल्हे पर ही पकाएं। छठ व्रतियों को बिस्तर पर नहीं सोना चाहिए।

कुलभूषण जाधव केस: इंटरनैशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने कहा, पाकिस्तान ने किया विएना संधि का उल्लंघन

व्रत करने वाली महिलाएं फर्श पर चादर बिछाकर ही सोएं। प्रसाद बनाते वक्त कुछ खाए ना और प्रसाद बनाते वक्त व पूजा के दौरान साफ सुथरे वस्त्रों को धारण करें। छठ पूजा के दौरान सात्विक भोजन करें। लहसुन प्यास के सेवन से दूर रहें। इन्हें घर पर भी ना रखें।

 

By vicharodaya

तेजी से बदलती इस दुनिया में तमाम खबरें पाने का एक मंच..होगी हर खबर पर विचारोदय ऑनलाइन खबरी की नजर.. Email:- vicharodaya@gmail.com