खुद का परिचय सेना के अधिकारी के रूप में देकर ओएलएक्स पर मोटर साइकिल और स्कूटर आदि बेचने का विज्ञापन देकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। इस संबंध में पुलिस ने राजस्थान के दो लोगों को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपितों ने देश भर में अभी तक 260 लोगों के साथ 80 लाख से अधिक की ठगी करने की बात स्वीकार की है।
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क्राइम ब्रांच के एसआइ बृजकिशोर गर्ग के मुताबिक शहर में रहने वाले मुकेश विश्वकर्मा ने जनवरी 2021 में क्राइम ब्रांच की साइबर विंग में शिकायत दर्ज कराई थी। मुकेश ने बताया था उसने ओएलएक्स पर एक मोटर सायकिल बिकने का विज्ञापन देखा था।
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बाइक की कीमत 20 हजार रुपये बताई गई थी। विज्ञापन के साथ दिए गए मोबाइल नंबर पर मुकेश ने संपर्क किया, तो फोन रिसीव करने वाले ने अपना परिचय फौज के अधिकारी के रूप में दिया। इसके बाद उसने बातों में उलझाते हुए अलग-अलग मद में मुकेश से ऑन लाइन 51 हजार 758 रुपये ठग लिए। इसके बाद भी बाइक नहीं दी। शिकायत की जांच में ठगी में इस्तेमाल किया गया फोन नंबर और बैंक के खातों की पड़ताल से आरोपितों का भरतपुर राजस्थान में होने का पता चला।
इसके बाद पुलिस टीम ने ग्राम जुरहरा, भरतपुर, राजस्थान निवासी तालीम हुसैन और हय्यूल खान को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि स्नातक की पढ़ाई कर चुका तालीम लोगों को ठगी के जाल में फंसाता था, जबकि आठवीं पास हय्यूल बैंक खाता उपलब्ध कराता था। आरोपितों ने अभी तक मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और तमिलनाडु आदि राज्यों के करीब 260 लोगों से ठगी कर 80 लाख से अधिक की धोखाधड़ी की है। ठगी की राशि वह आलीशान मकान बनाने, कीमती वाहन खरीदने और अन्य शौक पूरा करने में खर्च करते थे।