भोपाल महापौर की मुश्किलें बढ़ी शपथ के अगले दिन संभागायुक्त ने 15 साल पुरानी भ्रष्टाचार की फाइल खोली

भोपाल महापौर की मुश्किलें बढ़ी शपथ के अगले दिन संभागायुक्त ने 15 साल पुरानी भ्रष्टाचार की फाइल खोली

Share this News

नगर निगम से भ्रष्टाचार खत्म करने का वादा करते हुए महापौर मालती राय को शपथ लिए अभी कुछ समय भी नहीं बीता था कि उनके खिलाफ ही संभागायुक्त ने 15 साल पुरानी भ्रष्टाचार की फाइल खोल दी

राजधानी भोपाल के नगर निगम से भ्रष्टाचार खत्म करने का वादा करते हुए महापौर मालती राय को शपथ लिए अभी कुछ समय भी नहीं बीता था कि उनके खिलाफ ही संभागायुक्त ने 15 साल पुरानी भ्रष्टाचार की फाइल खोल दी है दरअसल 15 साल पहले एमपी नगर में सीमेंट कंक्रीट रोड के निर्माण में 85 लाख रुपए के हेरफेर में भाजपा के 39 तत्कालीन पार्षदों का नाम सामने आया था जिसमें मालती राय का नाम भी शामिल था जारी नोटिस में तारीख 26 जुलाई की दर्ज है लेकिन नवनिर्वाचित महापौर को यह सूचना शपथ लेने की अगले दिन यानी 7 जुलाई को मिली

बडगाम में लश्कर के 3 आतंकी घिरे आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ जारी

आपको बता दें तत्कालीन लोकायुक्त रिपुसूदन दयाल ने इन सभी पार्षदों को अयोग्य घोषित करते हुए 85 लाख रुपए की वसूली करने की सिफारिश करते हुए यह मामला संभागायुक्त को भेजा था जिसके बाद कई संभागायुक्त बदल गए लेकिन इस मामले पर कोई फैसला नहीं हो सका और परिषद का कार्यकाल भी समाप्त हो गया बैरसिया विधायक विष्णु खत्री, पूर्व सांसद आलोक संजर, वर्तमान पार्षद पप्पू विलास के साथ अनिल अग्रवाल लिली, केवल मिश्रा, विष्णु राठौर और दिनेश यादव आदि उस समय पार्षद थे।

परिषद में भाजपा का बहुमत होने के कारण भाजपा के रामदयाल प्रजापति परिषद अध्यक्ष थे। यह मामला तत्कालीन भाजपा पार्षद वंदना जाचक के वार्ड से संबंधित था, हाल ही में वे इसी क्षेत्र से चुनाव हार गईं। भाजपा के पार्षद अशोक पांडे नेता प्रतिपक्ष थे। पांडे का निधन हो गया है। तत्कालीन पार्षद परसराम मीणा, सरिता श्रीवास्तव आदि का भी निधन हो गया है।

इंदौर में करंट लगने से कावड़िए की मौत डीजे वाहन में फैला करंट,एक की मौत 3 झुलसे

बामरा ने शासन को लिखा मैं सुनवाई नहीं कर सकता

वर्तमान संभागायुक्त गुलशन बामरा के समक्ष यह मामला आया तो उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम के दौरान वे नगर निगम भोपाल के कमिश्नर थे, इसलिए मामले की सुनवाई वे नहीं कर सकते। राज्य शासन ने इसे नर्मदापुरम संभागायुक्त को भेज दिया। नर्मदापुरम संभागायुक्त माल सिंह ने इस मामले में सुनवाई के नोटिस जारी कर दिए। खास बात यह है कि यह नोटिस जब जारी हुए तो बामरा एक महीने के अवकाश पर हैं और माल सिंह के पास भोपाल संभागायुक्त का भी प्रभार है। पूर्व सांसद आलोक संजर और विधायक विष्णु खत्री भी उस समय पार्षद थे।

85 लाख रु. का खेल

कंपनी का कम रेट का ऑफर ठुकराया और ज्यादा रेट पर उसी कंपनी को वर्क ऑर्डर दे दिया

  • 2005 में एमपी नगर जोन-2 में 5 करोड़ 45 लाख 70 हजार रुपए की लागत से सीसी रोड का निर्माण होना था। एक कम्पनी ने एसओआर से 7.2 फीसदी कम रेट पर ऑफर दिया। 2 मार्च 2005 को नगर निगम परिषद की बैठक में भाजपा पार्षदों ने इसका विरोध किया।
  • भाजपा पार्षदों के विरोध के कारण बहुमत के आधार पर टेंडर रद्द कर दिया गया। बाद में उसी कंपनी ने एसओआर से 8.38 प्रतिशत अधिक का ऑफर दिया। उसे परिषद की 10 मई 2005 की बैठक में मंजूरी दे दी गई। इस वजह से नगर निगम को 85 लाख रुपए अधिक भुगतान करना पड़ा।
  • कांग्रेस विधायक आरिफ अकील की शिकायत पर लोकायुक्त ने जांच की, पार्षदों का पक्ष भी सुना गया। 30 मार्च 2007 को उन्होंने अपनी रिपोर्ट संभागायुक्त को भेज दी थी।

भोपाल संभागायुक्त गुलशन बामरा ने इस मामले की सुनवाई किसी अन्य से कराने का अनुरोध किया था, शासन ने नर्मदापुरम के संभागायुक्त के रूप में मेरे पास यह मामला भेजा है। हमने सुनवाई के लिए नोटिस जारी किए हैं।
– माल सिंह, संभागायुक्त नर्मदापुरम

एक बार क्लीनचिट मिल गई है- खत्री
कांग्रेस ने राजनीतिक रूप से भाजपा पार्षदों को परेशान करने के लिए शिकायत की थी। इस मामले में एक बार क्लीनचिट मिल चुकी है। मुझे अभी नोटिस नहीं मिला है, मिलेगा तो उचित जवाब देंगे।
-विष्णु खत्री, विधायक

इंदौर में टूटा पीएससी के अभ्यर्थियाें के सब्र का बांध,तीन साल बाद भी नियुक्ति नहीं

17 साल पुराने मामले में मुझे क्यों घसीटा जा रहा है, यह समझ से परे है- मालती राय
यह मामला न तो मेरे वार्ड से जुड़ा था और ना ही इसमें व्यक्तिगत रूप से मैं कहीं से कहीं तक जुड़ी हुई थी। यह प्रस्ताव परिषद में पास हुआ था, जिसमें कांग्रेस के पार्षद भी थे। कांग्रेस से सुनील सूद महापौर थे और एमआईसी ने इसका पैसा जारी किया था। इस मामले में कांग्रेस पार्षदों को भी साक्ष्य के लिए बुलाया गया था। पूर्व निगम परिषद अध्यक्ष केवल मिश्रा ने साक्ष्य पेश किए थे।
– मालती राय, महापौर

हमसे व्हाट्सएप ग्रुप पर जुड़े

मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए हमसे व्हाट्सएप ग्रुप पर जुड़े

खेल की खबरें पढ़ने के लिए हमसे व्हाट्सएप ग्रुप पर जुड़े

CBSE 10th क्लास के सैंपल पेपर जारी,ऐसे करें डाउनलोड Bhopal: आशा कार्यकर्ता से 7000 की रिश्वत लेते हुए बीसीएम गिरफ्तार Vaidik Watch: उज्जैन में लगेगी भारत की पहली वैदिक घड़ी, यहां होगी स्थापित मशहूर रेडियो अनाउंसर अमीन सयानी का आज वास्तव में निधन हो गया है। आज 91 वर्षीय अमीन सयानी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। इस बात की पुष्टि अनेक पुत्र राजिल सयानी ने की है। अब बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन वर्ष में दो बार किया जाएगा।