एनसीसी के बाद अब एमसीयू में पढ़ाया जाएगा एनएसएस : प्रो. केजी सुरेश

एनसीसी के बाद अब एमसीयू में पढ़ाया जाएगा एनएसएस : प्रो. केजी सुरेश

Share this News

एमसीयू में पढ़ाया जाएगा एनएसएस और एनसीसी को विश्वविद्यालय ने जेनरिक इलेक्टिव क्रेडिट कोर्स के रूप में किया शामिल 

भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय ने नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) के बाद अब राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) को जेनरिक इलेक्टिव क्रेडिट कोर्स के रूप में शामिल कर लिया है। इसको लेकर हुई बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक में अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत एनएसएस का कोर्स पाठ्यक्रम में शामिल किया गया गया है।

देशभर की शीर्ष 10 मीडिया कॉलेज में शामिल हुआ माखनलाल विश्विद्यालय

विद्यार्थी अब पत्रकारिता के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर सामाजिक जागरूकता के कार्यक्रम चलाएंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय बिसनखेड़ी स्थित अपने नये परिसर के आसपास के गांवों को भी गोद लेगा। एनएसएस और पत्रकारिता के साझा उद्देश्य हैं, इस पाठ्यक्रम से विद्यार्थियों में व्यक्तित्व विकास होगा।

बैच के आखिरी दिन MBA के छात्रों से मिले माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश

पाठ्यक्रम के बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक में बाहरी विषय विशेषज्ञ के रूप में बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अनंत कुमार सक्सेना और कार्यक्रम अधिकारी मुक्त इकाई श्री राहुल सिंह परिहार एवं विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव प्रो. अविनाश बाजपेई एवं डीन एकेडमिक प्रो. पी. शशिकला शामिल रहीं। बैठक में पाठ्यक्रम को बेहतर बनाने के लिए अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। वहीं, पाठ्यक्रम के समन्वयक डॉ. गजेंद्र सिंह अवास्या ने बताया कि यह कोर्स 5 क्रेडिट का होगा और स्नातक के विद्यार्थी जेनरिक इलेक्टिव के रूप में ले सकेंगे।

हमसे व्हाट्सएप ग्रुप पर जुड़े

खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

रोजगार की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक

CBSE 10th क्लास के सैंपल पेपर जारी,ऐसे करें डाउनलोड Bhopal: आशा कार्यकर्ता से 7000 की रिश्वत लेते हुए बीसीएम गिरफ्तार Vaidik Watch: उज्जैन में लगेगी भारत की पहली वैदिक घड़ी, यहां होगी स्थापित मशहूर रेडियो अनाउंसर अमीन सयानी का आज वास्तव में निधन हो गया है। आज 91 वर्षीय अमीन सयानी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। इस बात की पुष्टि अनेक पुत्र राजिल सयानी ने की है। अब बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन वर्ष में दो बार किया जाएगा।