राजधानी में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में तेजी आ गई है। 24 घंटे के अंदर 64 नए केस सामने आए हैं। शनिवार को सुबह आई रिपोर्ट में 28 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही भोपाल में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 387 हो गई है। शनिवार को मिले कोरोना संक्रमितों में हज हाउस में क्वारैंटाइन किए गए 9 जमाती, एम्स की 3 नर्सें और 6 लोग कोरोना हॉटस्पॉट बने जहांगीराबाद इलाके के रहने वाले हैं। इनकी कॉन्टेक्ट हिस्ट्री ट्रेस की जा रही है, इसके बाद उन्हें क्वारैंटाइन किया जाएगा।
शुक्रवार का दिन भोपाल में राहत वाली खबर लेकर भी आया। चिरायु अस्पताल में भर्ती 56 लोग एक साथ स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए। इसके साथ ही भोपाल में स्वस्थ होने वाले कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 134 हो गई है। इन्हें 14 दिन और होम आइसोलेशन में रहना होगा। इधर, कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बताया कि भोपाल रेड जोन में है, इसलिए केंद्र सरकार का 50 फीसदी दुकान खोलने का आदेश शहर में लागू नहीं होगा। 3 मई के बाद इस पर विचार किया जाएगा। अभी जो व्यवस्थाएं लागू हैं, उसी के अनुसार दूध, सब्जी और किराना दुकानें चालू रहेंगी। अन्य कोई अतिरिक्त छूट नहीं दी गई है।
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भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, धार और खरगोन जिलों को छोड़कर खुलेंगी दुकानें
कल से प्रदेश के सभी ग्रामीण क्षेत्रों (कंटेनमेंट एरिया को छोड़कर) में सारी दुकानें खोली जा सकेंगी। शहरों में संक्रमित क्षेत्रों को छोड़कर, मुख्य बाजार को छोड़कर मोहल्लों की सारी आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खोली जा सकेंगी। मॉल, सिनेमा घर, जिम, हॉटेल, ब्यूटी पार्लर , सैलून और मुख्य बाजार को खोलने की अनुमति नहीं है। प्रत्येक जिले में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप का गठन हुआ है वह अपने जिलों की परिस्थितियों को देखकर इन दुकानों को खोलने या ना खोलने का निर्णय कर सकेंगे। इंदौर, भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, धार एवं खरगोन जिलों और संक्रमित क्षेत्रो में दुकानें खोलने की अनुमति नहीं होगी।
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सांची डिपो पार्लर में ही मिलेगा राशन, 209 पॉर्लर चिन्हित
सांची दुग्ध संघ ने शहर के सांची डिपो पॉर्लर पर राशन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। इसमें व्यक्ति को पूरा एक पैकेट उपलब्ध कराया जाएगा। संघ ने इसके लिए 555 सांची पार्लर में से केवल 209 सांची डिपो पार्लर को चिहिंत किया है। सांची के एजीएम सलभ सियोटे ने बताया कि ये डिपो पार्लर हर इलाके में दो या तीन है। जिसकी वजह से लोग आसानी से इमरजेंसी में राशन खरीद सकते हैं। इस पैकेट में दाल, चावल, आटा, तेल का पैकेट और मसाला शामिल है। उनका कहना है कि कई दुकानदारों का कहना है कि लोग ब्रेड और बिस्कुट खरीदना ज्यादा पसंद कर रहे है बजाय राशन। इसके बावजूद हर पार्लर डिपो में 5 से 6 पैकेट पूरे समय उपलब्ध रहेंगे ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। यह व्यवस्था लॉकडाउन तक चलेगी।
भोपाल में कोरोना मरीजों में बुजुर्ग बहुत कम
भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने शनिवार को बताया है कि राजधानी में अब तक कोरोना महामारी के जितने भी मरीज मिले हैं, उनका अध्ययन करने पर एक बात सामने आई है
कि कुल मरीजों में 90 प्रतिशत मरीज 15 से 55 वर्ष की आयु के हैं। मरीजों में बुजुर्गो की संख्या बहुत कम है, जो अच्छी बात है। कलेक्टर ने कहा कि जिला प्रशासन लगातार यह अपील कर रहे हैं कि बुजुर्गो पर ध्यान दिया जाए। खासकर उन पर जो किसी रोग से ग्रस्त हैं और उन्हें घर से न निकलने की भी सलाह दी गई, जिस पर अमल किया गया।
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भोपाल में कोरोना के 7 हॉटस्पॉट, फोकस अब यहीं
राजधानी में कोरोना संक्रमण के 7 क्षेत्रों को हॉटस्पॉट बनाया है। जहांगीराबाद सबसे बड़ा और सबसे ज्यादा संवेदनशील हॉटस्पॉट है। इसके अलावा टीटी नगर, अशोका गार्डन, नेहरू नगर, ऐशबाग, कोलार की कुछ कॉलोनियां और शिवाजी नगर शामिल है। डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के मुताबिक, ऐसी बहुमंजिला इमारत, कॉलोनी या आवासीय परिसर जहां 3 से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हों, उसके 200 मीटर के दायरे को लोकल हॉटस्पॉट माना जाता है। शहर में ऐसे 23 से ज्यादा अलग-अलग हिस्से हैं, जहां कोरोना के 3 से ज्यादा मरीज हैं।
लॉकडाउन उल्लंघन पर 24 घंटे में 57 केस
राजधानी में लॉकडाउन का उल्लंघन पर 24 घंटे में 57 केस दर्ज किए गए हैं। इसमें बेवजह घूमने और कैंटोनमेंट एरिया से बाहर निकलने के हैं। साथ ही मास्क नहीं लगाने पर भी कुछ केस दर्ज किए गए हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर भी केस बनाए गए हैं। भोपाल जिले में 22 मार्च से अब तक लॉकडाउन उल्लंघन के 2327 मामले दर्ज हो चुके हैं।