खतरे के निशान से ऊपर अधिकांश नदियां
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इन इलाकों में अधिकांश नदियां खतरों के निशान के ऊपर बह रही हैं नदियों के उफान पर होने से कई पुल टूट चुके हैं और रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं इसके चलते जरूरी सामान की सप्लाई में भी समस्या खड़ी हो गई है प्रशासन तेजी से राहत पहुंचाने में जुटा है लेकिन हालत इतनी खराब है कि जलता असर नहीं दिख रहा है
मुसीबत में पूर्वोत्तर असम त्रिपुरा से दो लाख लोग प्रभावित
पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश लोगों पर कहर बनकर टूट पड़ी है संकट की इस घड़ी में भारतीय सेना और असम राइफल संघ के करीब 15 से ज्यादा लोगों की जान बचाई प्राप्त जानकारी के मुताबिक सेना के कैलाश नगर इंदिरा नगर सिकराय सेंटिल कुमार घाट मैं करीब 950 लोगों को रेस्क्यू किया है अब तक जहां करीब 2000 लोगों को राहत शिविर तक पहुंचाया है
मणिपुर में असम राइफल्स ने दी राहत
असम राइफल्स ने भी मणिपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों में तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया सुरक्षाबलों ने था उबल इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम जिले के हीरोन माई बाम जैसे कई इलाकों से करें 430 लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया है
लाखों जिंदगियों पर असर
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से पूर्वोत्तर के असम त्रिपुरा मिजोरम मणिपुर और नागालैंड में लगातार बारिश हो रही है जिसके चलते बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है इस साल पहली ही बारिश में असम में डेढ़ लाख और त्रिपुरा के 40 हजार से ज्यादा लोग बाढ़ की चपेट में है भारी बारिश के चलते यहां जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है बिजली और यातायात व्यवस्था ठप हो गई है जिसके चलते कई इलाके अलग-थलग पड़ गए हैं