उत्तर प्रदेश के बाद देश को सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें देने वाले महाराष्ट्र में भी बीजेपी के खिलाफ मजबूत गठबंधन खड़ा करने में कांग्रेस पार्टी नाकाम होती दिख रही है. महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के सामने कांग्रेस और एनसीपी का गठबंधन है, लेकिन एक तीसरा गठजोड़ असदुद्दीन ओवैसी और प्रकाश अंबेडकर का भी बनता दिख रहा है जिसे खासा समर्थन मिल रहा है.
जानकारों का मानना है कि ओवैसी-अंबेडकर गठजोड़ अंतत: कांग्रेस-एनसीपी का दलित-मुस्लिम वोट ही काटेगा और इसका सीधा फायदा बीजेपी-शिवसेना को मिलेगा.
महाराष्ट्र में 14 फीसदी आबादी दलित और 11 फीसदी मुस्लिम आबादी है. राज्य में दलित और मुस्लिम कांग्रेस-एनसीपी के परंपरागत वोटर रहे हैं. लेकिन भारिप बहुजन महासंघ के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी के साथ आने से कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के इस वोट बैंक में सेंध लग सकती है.गौरतलब है कि प्रकाश अंबेडकर और असदुद्दीन ओवैसी महाराष्ट्र में अब तक 7 जनसभाएं कर चुके हैं और इनकी रैलियों में जुटने वाली भीड़ जहां एक तरफ कांग्रेस-एनसीपी की नींद उड़ा रही है, तो वहीं बीजेपी शिवसेना गठबंधन के चेहरे पर मुस्कान है.
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हालांकि अंदरखाने प्रकाश आंबेडकर की पार्टी से गठबंधन के दरवाजे बंद नहीं हुए हैं, लेकिन उनकी 22 सीटों की मांग से नहीं लगता कि कांग्रेस-एनसीपी से उनका समझौता हो पाएगा.
@vicharodaya