12 वर्ष के टीचिंग अनुभव के बाद सुमैया शाहिद कराने जा रहीं हैं वर्कशॉप का आयोजन

कैलीग्राफी को बढ़ावा देने और लोगों को इसके बारे में अधिक बताने के लिए भोपाल के द पब्लिक हाउस में सुमैया शाहिद शाहिद एक वर्कशॉप का आयोजन 9 दिसंबर को कराने जा रही हैं

जिसमें सभी उम्र के लोग भाग ले सकेंगे कैली मतलब ब्यूटीफुल और ग्राफी मतलब राइटिंग जो कि मिलकर कैलीग्राफी मिलकर कैलीग्राफी बनता है और यह ग्रीक के शब्द कालीग्राफिया से बना है जिसका मतलब आर्ट ऑफ राइटिंग है। इस पद्धति की खासियत यह है कि यह अक्सर साधारण पेन की जगह ब्रश,निब या अन्य उपकरण से होती है
इसके बारे में अधिक बात करते हुए

कैलीग्राफी एक्सपर्ट सुमैया शाहिद ने ने बताया कि कैलीग्राफी में 400 से भी ज्यादा फॉन्ट होते हैं और या ऐसी कला है जो काफी उपयोगी है और भविष्य में स्वरोजगार के लिए सहायक हो सकती है इस प्रकार की वर्कशॉप का आयोजन भोपाल में पहली बार होने जा रहा है साथ ही इसके लिए यह भोपाल में ही ‘बेबी डे आउट’ https://instagram.com/artistic_calligraphic_work?utm_source=ig_profile_share&igshid=fhkn9sz7lley
नामक संस्थान में कैलीग्राफी की कला सिखाती हैं और अब भोपाल में अपनी पहली वर्कशॉप का आयोजन 9 दिसंबर को कराने जा रही हैं

@विचारोदय

By vicharodaya

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