एक सरनेम और 19 तबादले : Vicharodaya
Share This News

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सत्ता के बदलते ही एक सरकारी अफसर का दर्द ट्विटर के माध्यम से झलका

भोपाल में राज्य प्रशासनिक अधिकारी नियाज खान लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के उपसचिव के पद पर कार्यरत हैं। नियाज खान को अपने सरनेम के कारण 17 साल की नौकरी में राज्य के 10 अलग-अलग जिलों में 19 बार स्थानांतरित किया गया। नियाज अहमद खान ने ट्वीट कर अपना दुख जाहिर किया है। उन्होंने ट्वीट किया है कि

खान सरनेम का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा है, ये भूत की तरह मेरे पीछे लगा है।

उनका कहना है कि देश में मुस्लिम अधिकारियों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार होता है।

इसके अलावा नियाज खान ने चार ट्वीट और किये है जिसमें उन्होंने अलग अलग बातों की जानकारी दी

TWEET 2- गुना जिले में मैंने देश के सबसे बड़े ओडीएफ घोटाले और सहरिया जनजातियों के खिलाफ क्रूरता का पर्दाफाश किया. 600 मुक्तिधाम और परिणाम बनाए गए: मुझे लूप लाइन में भेजा गया और दोषी अधिकारियों को काम करने का बेहतर अवसर दिया गया. यह किस तरह का न्याय है?

TWEET 3- यहां तक कि सरकारी तिमाही को एक वर्ष से अधिक समय में आवंटित नहीं किया गया है।
TWEET 4- एक समय था जब मैं अवसाद के कगार पर पहुंच गया था लेकिन साहित्य ने मुझे गिरने से बचा लिया. मैंने अपने साथ हुए भेदभाव को सृजन में बदल दिया है और अब मैं पांच उपन्यासों के साथ अंग्रेजी उपन्यासकार हूं।

TWEET 5- अब मैं अपना छठा उपन्यास ‘ए टेल ऑफ़ नोक्टूरल लवर’ लिख रहा हूं, जिसमें मैं दिखाऊंगा कि कैसे मुस्लिम अधिकारियों को द्वितीय श्रेणी का नागरिक माना जाता है. यह मेरे अपने अनुभवों पर आधारित है।

हालांकि नियाज खान वर्तमान में डेढ़ वर्ष से भोपाल में कार्यरत हैं जिन्हें अभी तक प्रशासन की ओर से कोई घर भी नहीं दिया गया है वे शहर से 15 किलोमीटर दूर रहते हैं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की बैठक के प्रमुख सचिव विवेक अग्रवाल द्वारा उन्हें बैठक से बाहर कर दिए जाने पर उन्होंने ट्विटर के माध्यम से या जानकारी दी।

खान ने बताया कि यह खामियाजा उन्हें अपने इमानदारी के कारण भी मिला है उन्होंने बताया कि यदि में अपना काम भ्रष्टाचार और बिना ईमानदारी के करता तो अभी तक बहुत आगे होता, किंतु मैं अपने आदर्शों के कारण आज इतने पीछे हूं उन्होंने बताया कि वह अपनी संवेदनाओं को किताबों के माध्यम से बयां करेंगे, वह अभी तक पांच किताबें भी लिख चुके हैं

@chandan

Follow:- विचारोदय

Advertisement

Share This News

By vicharodaya

तेजी से बदलती इस दुनिया में तमाम खबरें पाने का एक मंच..होगी हर खबर पर विचारोदय ऑनलाइन खबरी की नजर.. Email:- vicharodaya@gmail.com